मोहम्मद कैफ ने अपने बेटे के एक फोटो सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर डाली थी। इस फोटो को देख मुस्लिम समुदाय के लोग उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। कैफ की तस्वीर को इस्लाम के खिलाफ बता कर उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां भी दी गईं। दरअसल इस फोटो में कैफ अपने बेटे के साथ चेस खेलते हुए दिखाई दे रहे थे और इसका कैप्शन उन्होंने दिया था शतरंज के खिलाड़ी। इस तस्वीर के लिए मजहब की आड़ में उन्हें गालियां देने वालों को मौहम्मद कैफ ने करारा जवाब दिया है। कैफ ने कहा है कि जो लोग इस्लाम के ठेकेदार बने हुए हैं उनसे पूछिये कि सांस लेना भी हराम है क्या। रविवार 30 जुलाई की सुबह मोहम्मद कैफ ने एक बार फिर से उन लोगों पर निशाना साधते हुए लिखा कि जब आप कोई खेल खेलते हो तो वो धर्म जाति या मजहब की दीवार तोड़न का सबसे अच्छा तरीका होता है। कैफ ने ये भी लिखा- ‘शतरंज एक खूबसूरत खेल है। अपने खेल को दूसरे को सिखाने में कोई बुराई नहीं है। शतरंज एक ऐसा खेल है जिसे खुद भारत ने ईजाद किया है और इसे सदियों से खेला जा रहा है।’ अपने जीवन में शतरंज का महत्व बताते हुए कैफ ने लिखा है कि इसने मुझे छोटी उम्र में ही बड़े और सही फैसले लेने में काफी मदद की। इससे मैंने जो कुछ सीखा है उसे में क्रिकेट के मैदान पर भी आजमाता हूं।

 

इससे पहले भी कैफ ने शतरंज के लिए मुसलमानों द्वारा अपनी आलोचना की एक खबर को रिट्वीट करते हुए लिखा था कि इस्लाम के इन ठेकेदारों से पूछिए कि क्या सांस लेना भी हराम है क्या?

आपको बता दें कि 27 जुलाई को अपने फेसबुक पर मोहम्मद कैफ ने जो तस्वीर डाली थी उसमें वह अपने बेटे के साथ शतरंज खेलते नजर आ रहे थे।