कुआलालंपुर के पास स्थित शाह आलम शहर में हैरान के साथ-साथ ही भावुक करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपने बेटे को संभावित जानलेवा सड़क हादसों से बचाने के लिए उसकी बाइक को आग के हवाले कर दिया।

लोकल मीडिया आउटलेट सिन च्यू डेली का हवाला देते हुए एससीएमपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उक्त पिता (जिसका नाम अज्ञात है) ने पहले तो खुद ही अपने बेटे को स्कूल जाने के लिए एक आरामदायक साधन देने के लिए बाइक दी थी।

हालांकि, बेटे को आराम हो इस नियत से गिफ्ट की गई बाइक जल्द ही चिंता का विषय बन गया जब उन्हें यह पता चला कि उनका बेटा, जिसकी उम्र का खुलासा नहीं किया गया है, खतरनाक तरीके बाइक चलाने का आदी हो गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक केवल आने-जाने के लिए बाइक का यूज करने के बजाय, बेटे ने अवैध बाइक रेसिंग में भाग लेना शुरू कर दिया। वो अक्सर देर रात को घर लौटता था। इस गैर जिम्मेदाराना व्यवहार ने पिता के लिए चिंताएं पैदा कर दीं। उन्होंने बार-बार अपने बेटे को ऐसी खतरनाक रेसिंग में शामिल होने से रोकने की कोशिश की।

हालांकि, दुख की बात ये है कि बेटे ने उसकी दलीलों को अनसुना कर दिया गया, जिससे वह और अधिक चिंतित और परेशान महसूस करने लगे। ऐसे में अपने बेटे को गंभीर चोट लगने या जानलेवा एक्सीडेंट का शिकार होने की संभावना से डरे पिता ने बाइक को जला देने का चौंकाने वाला निर्णय लिया।

रिपोर्ट के अनुसार पिता का मानना ​​था कि किसी घातक दुर्घटना में उनके बेटे की जान जोखिम में डालने से बेहतर है खतरे की जड़ को ही खत्म कर दिया जाए।

गौरतलब है कि पुत्र प्रेम की ये घटना साल 2018 में हुई एक घटना की याद दिलाती है जिसमें एक पिता ने अपने बेटे को मौत के मुंह से खींच लिया था। दरअसल, उन्होंने सड़क हादसे का शिकार हो गए अपने बेटे को बड़ी बहादुरी से कार में आग लगने से पहले निकाल लिया था। बेटे को बाहर निकालने के चंद सेकेंड बार ही कार धू-धूकर जला उठा था।