राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित और लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने वाले भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी मेजर सुरेंद्र पुनिया ने एक वीडियो शेयर कर कश्मीर के अलगाववादी नेताओं पर ड्रग्स की तस्करी के आरोप लगाए हैं। मेजर सुरेंद्र पुनिया ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘आतंकवादी गिलानी का साथी देविंदर बहल प्याज़ में हेरोईन को छुपा कर ड्रग का धन्धा कर रहा था, कमीनेपन और गद्दारी की हद है यह तो। मेजर पुनिया ने अपने इस ट्वीट में कश्मीरी नेताओं निसाना साधने की कोशिश की है। हालांकि अपने इस ट्वीट के चलते वो खुद लोगों के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल हुआ ये है कि मेजर सुरेंद्र पुनिया ने जिस वीडियो को कश्मीर में ड्रग्स की स्मगलिंग का बताकर गिलानी और उसके दोस्त पर हमला किया है वो वीडियो फेक है।
आतंकवादी गिलानी का साथी देविंदर बहल प्याज़ में हेरोईन को छुपा कर ड्रग का धन्धा कर रहा था ! कमीनेपन और गद्धारी की हद है यह तो ! @adgpi pic.twitter.com/fphiVnteLA
— Maj Surendra Poonia (@MajorPoonia) August 8, 2017
मेजर सुरेंद्र पुनिया द्वारा ट्वीट किया गया कश्मीर का ना होकर वीडियो दुबई का है। सिर्फ इतना ही नहीं ये वीडियो दो साल पहले साल 2015 का है। इस वीडियो को दिसंबर 2015 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
इस वीडियो को कश्मीर का बताने के बाद मेजर पुनिया लोगों के निशाने पर आ गए। लोग लिख रहे हैं कि मेजर पुनिया आपको शर्म आनी चाहिए ऐसी फर्जी वीडियो शेयर करने के लिए। कुछ यूजर्स तो उन्हें जयचंद तक करार दे रहे हैं। वहीं बहुत से यूजर्स ऐसे भी हैं जो इसे सही मान रहे हैं।
हद हो गयी, 2 साल पुराने सऊदी अरब के वीडियो को भारत का बताकर RT बटोर रहे हो, शर्म नही आती ? https://t.co/ojY8vlW3ZW
— Md Asif Khan (@imMAK02) August 8, 2017
माँ भारती हम शर्मिन्दा हैं,
जयचन्द आज भी जिन्दा हैं।— Abhijeet Kumar (@abhi10_8) August 8, 2017
मेज साब… गद्दार देविदरसे मुजे कोई हमदर्दी नही है पर आपने जो विडीयो सेअर किया है वो एक साल पुराना साउदीअरब का है।https://t.co/Em5ujhadDd
— INDIA FIRST (@KishoreNakrani) August 8, 2017
आपको बता दें कि मेजर सुरेंद्र पुनिया ने एथलेटिक्स के क्षेत्र में दुनिया भर में भारत का नाम ऊंचा किया है। ये राष्ट्रपति की सुरक्षा दस्ते को हेड भी कर चुके हैं। साल 2014 में लोकसभा चुनावों के दौरान इन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर राजस्थान के सीकर से चुनाव भी लड़ा था।