हिंदी न्यूज चैनल आजतक के विशेष कार्यक्रम साहित्य आजतक में साहित्य और विचारधारा विषय पर चर्चा करने के लिए मशहूर लेखक, पक्षकार और शिक्षाविद् मधुकिश्वर पहुंची। मधु से इस विषय सवाल पूछने के लिए आजतक की तरफ से पुण्य प्रसून वाजपेयी थे लेकिन शायद मधु को पुण्य के सवाल पसंद नहीं आए। रविवार को मधु किश्वर ट्वीटर पर इस शो को लेकर एक के बाद एक ट्वीट किए। मोदी के समर्थन में किताब लिखने पर पुण्य के सवालों से मधु नाराज थी। मधु ने ट्विटर पर लिखा कि साहित्य और विचारधारा पैनल पर पुण्य प्रसून वाजपेयी ने सिर्फ मुझ से सवाल किया कि मैंने क्यों मोदी पर किताब लिखी।
Even on "Sahitya aur Vichardhara panel, only question @ppbajjpai had of me, why I wrote book on Modi as tho I committed some crime! https://t.co/xawPQ6AUvf
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
Can understand @ppbajjpai angst at Modi becoming PM. Can't attack PMModi as openly as b4. So pours venom on me. Be brave, go 4 Modi directly https://t.co/xawPQ6AUvf
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
क्या मैंने कोई गुनाह किया है। मधु यहीं नहीं रुकी इसके बाद मधु ने पुण्य प्रसून वाजपेयी को निशाने पर रखकर और भी ट्वीट किए। उन्होंने लिखा समझ नहीं आता मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पुण्य प्रसून वाजपेयी उनके इतने खुल कर विरोध क्यों करन लगे। बहादुर बनो और सीधे मोदी से कहो, मेरे ऊपर इतना जहर उगला गया। इसके उन्होंने लिखा काश वाजपेयी पुरुषोत्तम अग्रवाल से ये पूछने का साहस कर पाते कि उन्होंने क्यों धर्मनिरपेक्षता के मास्क लगाकर उन्होंने अपनी सारी स्कालर्शिप यूपीए सरकार की सर्विस में लगा दी।
Wish @ppbajjpai had dared ask Purushottam Aggarwal why he put all his scholarship at the service of UPA under mask of secularism https://t.co/AtT0OJyVuR
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
Running theme in @ppbajjpai comments-There"s fear among writers 2day.Those addicted to UPA patronage bound to be fearful due to power loss https://t.co/xawPQ6AUvf
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
इसके बाद उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में लिखा कि सिर्फ एक पत्रकार है जिसके मोदी के पीएम बनने से नौकरी चली गई वो कंचन गुप्ता है और सिर्फ एक शिक्षाविद् है जिसे पक्षपात का सामना करना पड़ रहा है वो मैं हूं। इसके बाद उन्होंने लिखा मोदी के समर्थन में लिखने पर मुझे सीएसडीएस द्वार सजा दी गई। उन्हें लगता है शिक्षा के क्षेत्र में लेफ्ट एकाधिकार बना रहना चाहिए। 2014 में चुनाव के ठीक पहले मधु किश्वर ने गुजरात दंगों पर एक किताब लिखी थी जिसमें उन्होंने मोदी की जमकर तारीफ की थी। इसी किताब को लेकर पूछे गए सवालों से मधु नाराज थी। आजतक के दो दिवसीए कार्यक्रम में साहित्य आजतक में कई बड़े नामों ने शिरकत की। जावेद आख्तर, राहत इंदौरी, मुनव्वर राना, पीयूष मिश्रा, समेत कई पत्रकार, कवियों ने शिरकत की।
Only journo to lose job after Modi became PM was @KanchanGupta.Me the only academic to face blatant discrimination & harm after Modi bcm PM.
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
I was ceratinly punished by CSDS 4 writing in Modi's defence.They felt emboldened 2 do so coz left momopoly in academia remains unchallenged https://t.co/z35pqFxGwQ
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) November 13, 2016
जापान में बोले पीएम मोदी- “भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ओपन इकॉनमी बनाने का लक्ष्य”