ऑफिस से फुरसत मिलते ही लोग छुट्टियां मनाने अपनी मनचाही जगह पर जाने का प्लान बनाते हैं लेकिन अगर किसी एयरलाइन की गलती की वजह से आपकी छुट्टी रद्द हो जाए तो आपका मूड खराब होना लाजमी है। एक कपल अपनी छुट्टियों के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर जाने का फैसला किया लेकिन एयरलाइन्स की गलती की वजह से छुट्टी बर्बाद हो गई।

बयप्पनहल्ली की निवासी सुरभि श्रीनिवास और उनके पति बोला वेदव्यास शेनॉय ने साल 2021 में पोर्ट ब्लेयर जाकर छुट्टी बिताने का मन बनाया। 1 नवंबर, 2021 दोनों इंडिगो की फ्लाइट से पोर्ट ब्लेयर पहुंचे। उड़ान से पहले उनके सामान की जांच की गई, जिसमें कपड़े दवाएं और अंडमान में नाव की टिकट जैसी आवश्यक वस्तुएं थीं। लेकिन जब ये पोर्ट ब्लेयर उतरे और अपने सामान का इंतजार करते रह गए वह मिला ही नहीं।

कपल ने जाकर तुरंत इंडिगो के कर्मचारियों से शिकायत की। कर्मचारियों ने माफी मांगी और जल्द से जल्द सामान उनतक पहुंचाने की बात कही। कर्मचारियों ने आश्वासन दिया कि अगले 24 घंटें में सामान उन्हें दे दिया जायेगा लेकिन 3 नवंबर को उनका सामान पहुंचा, तब तक उनकी आधी छुट्टी खत्म हो चुकी थी।

कपल के सारे जरूरी सामान बैग में ही थे, ऐसे में वह आगे की यात्रा कर ही नहीं पाए। इतना ही नहीं, कपल ने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने उनसे जानकारी छुपाई। 19 नवंबर को कपल ने कर्मचारियों के रवैये से आहात होकर इंडिगो एयरलाइन के संचालकों, इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड को कानूनी नोटिस भेज दिया।

बेंगलुरु के जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग में एयरलाइन के खिलाफ शिकायत दर्ज की और छुट्टी खराब किए पर मुआवजा की मांग की। अब उन्होंने यह मुकदमा जीत लिया है। कोर्ट ने इंडिगो को आदेश दिया है कि वह मुआवजे के तौर पर 70हजार रुपए दे। कोर्ट ने सामान को बर्बाद करने के लिए 50,000 रुपये, मानसिक आघात के लिए 10,000 रुपये और अदालती खर्च के लिए 10,000 रुपये का अतिरिक्त मुआवजा देने का भी आदेश दिया। इस तरह एयरलाइन को 70 हजार रुपए देने का आदेश मिला है।