रामनाथ कोविंद ने देश के नए राष्ट्रपति हैं। शपथ लेने के बाद कई जगह खबर चली कि एक घंटे से भी कम वक्त में 31 लाख के करीब लोग उनको फॉलो करने लगे लेकिन यह सही नहीं है। जो लोग रामनाथ कोविंद को फॉलो करते हुए दिख रहे थे वे दरअसल पूर्व राष्ट्रपति यानी प्रणव मुखर्जी को फॉलो करते थे जो कि रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने के बाद उनके ट्विटर पर शिफ्ट हो गए हैं।

राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और कई मंत्रालय (पीएमओ और गृह मंत्रालय भी शामिल) के ट्विटर अकाउंट को सरकारी संपत्ति समझा जाता है। ऐसे में किसी नए के आने पर सभी फॉलोअर नए को मिल जाते हैं। जैसे अमेरिका के राष्ट्रपति @POTUS का अकाउंट ओबामा से ट्रंप को दिया गया। ऐसा ही भारत के राष्ट्रपति का अकाउंट @RashtrapatBhvn प्रणव से कोविंद को मिला। Alt न्यूज ने इसको ऐसे समझाया है –

1. प्रणव मुखर्जी के सारे ट्वीट @POI13 के नाम से आर्काइव कर दिए गए हैं। उन्हें वहां जब मर्जी देखा जा सकता है।

2. @RashtrapatBhvn का नया अकाउंट जीरो ट्वीट से शुरू होता है। लेकिन उनको वे सभी फॉलोअर्स पहले से मिलते हैं जो कि पिछले राष्ट्रपति को फॉलो कर रहे होते हैं। यानी जिन 31 लाख लोगों की बात हो रही है वह प्रणव मुखर्जी को भी फॉलो करते थे।

(Source: DoordarshanNational/YouTube)

3. जो लोग @RashtrapatiBhvn को पहले से फॉलो कर रहे होंगे उन्होंने देखा होगा कि वह जितने लोगों को फॉलो करते थे उसमें एक का इजाफा खुद ही हो गया। यह इसलिए हुआ क्योंकि अकाउंट अपने आप ही @RashtrapatiBhvn और @POI13 दोनों को फॉलो करने लगेगा। हां, बाद में उनमें से किसी को भी अनफॉलो किया जा सकता है। साथ ही अगर कोई अब दोनों में किसी एक को अब फॉलो करेगा तो वह खुद दूसरे को फॉलो नहीं करने लगेगा।

4. प्रणव चाहें भी तो @POI1 से ट्वीट नहीं कर सकते। वह बस आर्काइव है। प्रणव के लिए अलग से @CitiznMukherjee नाम का ट्विटर अकाउंट बना है।

इस प्रोसेस की जानकारी ट्विटर इंडिया ने खुद दी। जिसको Alt न्यूज ने बताया है। बता दें कि जब मनमोहन के बाद नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री का पद संभाला था तब ऐसा नहीं था। यह नई व्यवस्था है।