पिछले सप्ताह वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट कर कहा, ‘मराठी में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले जर्नलिस्ट निखिल वागले का शो रातों रात मराठी न्यूज चैनल टीवी नाइन ने बंद कर दिया। इससे पहले भी एक और पत्रकार के साथ ऐसा ही हुआ था।’ जिसे स्वीकारते हुए निखिल वागले ने लिखा, ‘ हां टीवी नाइन ने आज से मेरा शोर बंद कर दिया है। क्योंकि ये शो मनमाना और गैर कानूनी था।’ घटना के कुछ दिन बाद लिखिल वागले ने एक और ट्वीट में लिखा, ’38 साल की पत्रकारिता में मैंने सभी राजनीतिक पार्टियों की आलोचना की। शारीरिक हमले का सामना भी किया। लेकिन पिछले चार सालों में फैले इस जहर का अनुभव कभी नहीं किया।’ जानकारी के लिए बता दें कि निखिल वागले जब अपनी मराठी शो को होस्ट कर रहे थे तब उन्होंने इसे लेकर कई ट्वीट किए भी जिसे यूजर्स ने जमकर शेयर किया। हालांकि अब निखिल वागले का आरोप है कि महज राजनीतिक दबाव की वजह से चैनल ने उनके शो को बंद करने का फैसला लिया है। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले कथित तौर पर बिजनेसमैन गौतम अडानी के खिलाफ लिखने वाले पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता को सप्ताहिक मैगजीन इकॉनोमिक एंड पॉलिटिकल वीकली (ईपीडब्ल्यू) से हटाया दिया गया था।
ठाकुरता पर आरोप लगाया कि वो अडानी के खिलाफ लिखते हैं। अब जर्नलिस्ट निखिल वागले ने ऐसा ही आरोप लगाया है। हालांकि स्वतंत्र पत्रकार और फिल्मकार विनोद कापड़ी ने फेसबुक पोस्ट में शो बंद किए जाने को लेकर कुछ और बात कही है। कापड़ी की फेसबुक पोस्ट के अनुसार, वागले के शो को बंद करने का कारण कोई राजनीतिक दबाव नहीं था बल्कि शो की टीआरपी थी, जोकि बहुत खराब थी। टीवी नाइन के सीईओ रवि प्रकाश भी ये जानते थे। उन्होंने ही मुझसे पूछा था कि मराठी चैनल की टीआरपी इतनी खराब क्यों जा रही है। चैनल क्यों अच्छा नहीं कर पा रहा है। ऐसा तब हुआ जब वागले के शो की वजह से खराब टीआरपी आ रही थी। जबकि राजदीप का कहना की वागले की शो की टीआरपी सबसे हाई जा रही थी।
विनोद कापड़ी ने पोस्ट में आगे लिखा कि चैनल के फिक्सड प्रोग्रामिंग चार्ट (एफपीसी) में वागले के शो को 9-10 बजे से हटाकर शाम 5-6 बजे तक करने का सुझाव दिया गया था। इसे सुझाव को एफपीसी में 21 जून (2017) से लागू किया जाना था। चैनल की इसी रणनीति की वजह महज दो सप्ताह में हम चौथे स्थान से तीसरे स्थान पर आ गए। लेकिन वागले का शो रद्द नहीं किया गया। वो एक वरिष्ठ पत्रकार हैं। उन्होंने चैनल की टीआरपी को ऊपर ले जाने के लिए काफी मेहनत की है।
Just heard: @waglenikhil prime time show, the highest viewed on Marathi news tv, stopped on TV 9 overnight! Why?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) July 20, 2017
In my 38 years of journalism I have criticised all parties,faced physical attacks,but never experienced so much poison as in last 4 years.
— nikhil wagle (@waglenikhil) July 22, 2017
BARC ratings of @waglenikhil show on @Tv9Marathi,week 28: not listed in Top 100. Will Mr Wagle apologise now for misleading everyone ? 8/8 pic.twitter.com/2hnCIk0nXk
— Vinod Kapri (@vinodkapri) July 26, 2017