बीबीसी के पत्रकार फ़्रैंक गार्डनर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वे फ्लाइट के अंदर गंदे फर्श पर पीठ के बल रेंगचे हुए वॉशरूम जा रहे हैं। उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि फ्लाइट में दिव्यांग लोगों के लिए व्हील चेयर नहीं थी। उनके पास कोई और ऑप्शन नहीं था। बता दें कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। असल में 2004 में युद्ध रिपोर्टिंग के दौरान फ़्रैंक गार्डनर ने अपने दोनों पैर गंवा दिए थे। उनके साथ इस तरह की हरकत होता देख यूजर्स ने नाराजगी जाहिर की है। जानकारी के अनुसार, गार्डनर पोलैंड से लंदन से फ्लाइट ली थी।

दिव्यांग शख्स के साथ इस तरह का व्यवहार देखने के बाद यूजर्स ने एयरलाइन की आलोचना की। हालांकि फ़्रैंक गार्डनर ने अपनी पोस्ट में यह साफ किया है कि इसमें कर्मचारियों की गलती नहीं थी बल्कि ऐसा एयरलाइन की नीति के कारण हुआ।

पोस्ट के अनुसार, फ़्रैंक गार्डनर को वॉशरूम जाना था। उन्होंने व्हीलचेयर मांगी तो उन्हें बताया गया कि फ्लाइट के अंदर इसकी परमिशन नहीं थी। इसलिए उन्हें फर्श पर रेंगकर टॉयलेट जाना पड़ा। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा है कि 2024 में भी एक दिव्यांग शख्स को विमान में रेंगने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इससे दिखता है कि LOT पोलिश एयरलाइंस का दिव्यांग लोगों के साथ कैसा व्यवहार है।

उनकी पोस्ट के अनुसार, क्रू मेंबर्स ने उनसे कहा कि विभान के अंदर व्हीलचेयर नहीं हैं, यह कंपनी की नीति है। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा है कि यह सरासर भेदभाव है। यह नहीं चल सकता है। उनके अनुसार, क्रू मेंबर्स ने उनकी मदद करने की कोशिश की मगर ऐसा करने के लिए वे मजबूर थे क्योंकि टॉयलेट कोई और नहीं लेकर जा सकता।

8 मिलियन से अधिक लोगों ने देखा

इस पोस्ट को अबतक आठ मिलियन से अधिक बार देखा गया है। इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। कई यूजर्स ने इस पर दुख जताया है। यूजर्स उनके साथ इस तरह के व्यवहार के लिए माफी मांग रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि इसके लिए @LOTAirlinesUS को माफी मांगना चाहिए।

बीबीसी ब्रेकफ़ास्ट पर गार्डनर ने कहा कि यह अपमानजनक था। उन्होंने आगे कहा “जब मैंने पूछा कि मुझे वॉशरूम जाना है, तो क्रू मेंबर्स ने कहा कि वे मेरी मदद करेंगे लेकिन किसी दिव्यांग को टॉयलेट में कोई और कैसे ले जा सकता है। मुझे विमान के गंदे फर्श पर अपनी पीठ के बल रेंगना पड़ा”। इस खबर पर आपकी क्या राय है?