रविवार 5 जनवरी को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में हुई हिंसा पर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी हिंसा में सामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस घटने के 2 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। इस बीच, पुलिस ने जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत 19 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इन सभी पर तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप लगे हैं। आईशी घोष पर एफआईआर की खबर से मशहूर गीतकार जावेद अख्तर भड़क गए हैं। जावेद अख्तर ने इसे समझ से परे बताते हुए पुलिस पर गुस्सा निकाला है।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक उसने जेएनयू प्रशासन की शिकायत के बाद छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष और अन्य छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन सभी छात्रों पर 4 जनवरी को सर्वर रूम में तोड़फोड़ करने और मौजूद सुरक्षा गार्ड से मारपीट करने का आरोप है। जेएनयू प्रशासन मे पांच जनवरी को शिकायत की थी, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई।

आईशी पर एफआईआर से काफी गुस्से में नजर आ रहे अख्तर ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, ‘JNUSU अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर समझ से परे है। आखिर उसने कैसे हाथ में लोहे की रॉड वाले राष्ट्रवादियों, देश प्रेमियों को अपने सिर से रोकने का साहस किया। ये देशद्रोहियों ने हमारे गरीब गुंडों को ठीक से लाठी भी नहीं भांजने दिया। उन्होंने हर बार अपना शरीर सामने कर दिया। मुझे पता है कि उन्हें चोट पसंद है।’

 

बता दें कि 5 जनवरी की शाम करीब 100 नकाबपोश बदमाश जेएनयू परिसर में दाखिल हुए और छात्रों को पीटने लगे। इन हमलावरों ने लड़कियों और टीचर्स को बी नहीं बख्शा। इन हमलावरों के हाथ में लोहे की रॉड और लाठी-डंडे थे। नकाबपोश हमलावरों की तस्वीरें और वीडियोज सोशल मीडिया में वायरल भी हुए थे। अभी तक किसी भी हमलावर की पहचान दिल्ली पुलिस नहीं कर पाई है जिस कारण कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।

इधर गाजियाबाद के हिंदू रक्षा दल ने इस पूरी हिंसा की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने दावा किया कि 5 जनवरी को जेएनयू में हमला उन्हीं के लोगों ने किया था। पिंकी चौधरी भी दिल्ली पुलिस के रडार में है।