दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों के विरोध के तरीके पर आईपीएस मधुर वर्मा ने सवाल खड़े किए हैं। नई दिल्ली जिले के डीसीपी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर आरोप लगाया कि पुलिस से बदतमीजी की गई। वहीं दूसरी तरफ, पूरी घटना को कवर करने गई महिला पत्रकारों का आरोप है कि उनके साथ पुलिस ने अभद्रता की। दिल्ली पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए ट्विटर पर लिखा, ”जेएनयू छात्रों द्वारा विरोध के समय, छात्रों का एक हिस्सा हिंसक हो उठा और पुलिस बैरिकेड्स गिराने की कोशिश की। पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर कुछ प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया। इस पूरे घटनाक्रम में, एक महिला पत्रकार ने शोषण की शिकायत दर्ज कराई है। इसकी जांच विजिलेंस ब्रांच करेगी।”
ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियोज में पुलिस छात्रों व पत्रकारों से भिड़ी नजर आ रही है। एक फुटेज में महिला पुलिसकर्मी एक पत्रकार के साथ अभद्रता करती दिख रही हैं। महिला पत्रकार ने अपने ट्वीट में कहा, ”उन्होंने मेरा कैमरा ले लिया और वापस नहीं किया। मैंने उन्हें बताया कि मैं मीडिया से हूं मगर वह मुझे खींचते ही रहे।”
By what definition can anybody call this JNU protest as peaceful? Please see the protester in blue who is assaulting police personnel without provocation. pic.twitter.com/QH0grW2ACK
— Madhur Verma (@IPSMadhurVerma) March 23, 2018
Group of @DelhiPolice personnel assault women #journalists covering #JNULongMarch , my colleague @Namita074 s CellCam damaged but she managed to film assault on HT photo journo @anu_fadnavis whose was snatched. Media once again becomes ‘Easy target’ @CPDelhi @GoNews24x7 pic.twitter.com/HiHis4KU8u
— Sidharth Pandey (@SidharthPandey) March 23, 2018
https://twitter.com/krishanofficial/status/977268945869733889
जेएनयू प्रोफेसर अतुल जौहरी पर 8 छात्राओं द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद से ही वहां के छात्र विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन और छात्रों ने जौहरी को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर मार्च किया था।
जेएनयू के टीचर्स विश्वविद्यालय के नए उपस्थिति नियमों का पालन न करने पर कई विभागों के प्रमुख और एक को-आर्डिनेटर को हटाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनमें से कुछ भूख-हड़ताल पर भी हैं। प्रदर्शनकारी शुक्रवार को संसद की ओर मार्च कर रहे थे जब आईएएनए मार्केट के पास पुलिस ने लाठी चार्ज और वाटर कैनन के जरिए उन्हें तिरर-बितर किया।


