अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही कई राजनीतिक पार्टियों के लोग भी अब मैदान में डट गये हैं। राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत सिंह ने भी इस योजना को वापस लेने की मांग की है। इतना ही नहीं जयंत ने एक ट्वीट कर इस योजना के नाम को लेकर तंज कसा है। 

जयंत चौधरी ने ट्विटर पर लिखा कि “जब नाम फ़िल्मी ही रखने हैं, तो फिर ध्यान से… अमिताभ बच्चन की अग्निपथ (1990) के पहले शहंशाह (1988) आई थी और बाद में कोहराम भी (1999)!!” जयंत चौधरी के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं: मधु सुराना ने लिखा कि ‘अपने देश से जिसको प्रेम होगा, वह अग्निपथ योजना का स्वागत करेगा, सत्ता के लालच में इतना भी मत गिरो। पूरी दुनिया-भर में देश की साख को नीचे गिराने मे लगे हुए हैं। यह तो हमारा ही देश है।’ शिखर सिंह ने लिखा कि ‘बहुत ही गंदा और भद्दा मजाक था जयंत भाई। खैर तुम्हारी कोई गलती नही, सब संस्कारों का खेल है।’

सुनीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इसी तरह का ट्वीट करते रहे तो यकीन मानिए, आपकी पार्टी दिन-प्रतिदिन गर्त में समाती जाएगी क्योंकि आपकी बात आपके कार्यकर्ता तक तो समझ नहीं पाते हैं।’ विशाल ने लिखा कि ‘कुछ लोगों की फिल्म तो रिलीज ही नहीं हो पा रही है।’ मनोज श्रीवास्तव ने लिखा कि ‘उसके पहले अमिताभ बच्चन जी की फिल्म रोटी, कपड़ा और मकान के साथ साथ फिल्म देशप्रेमी भी आई थी।’

अश्विन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कोहराम तो देश में चारों तरफ दिख रहा है। सिर्फ मीडिया कहता है कि देश आगे बढ़ रहा है।’ अशेष तिवारी ने लिखा कि ‘अग्निपथ पर चल नहीं पा रहे, शहंशाह बनने की उम्मीद दूर-दूर तक नहीं दिखती और दूसरे के कन्धे पर बन्दूक रख कर कोई भी कोहराम नहीं मचा सकता है।’ संजय चौधरी ने लिखा कि ‘जितना ज्ञान फिल्मों का है उतना अपने काम के बारे में होता तो कितना अच्छा होता चौधरी साहब।’

बता दें कि अग्निपथ योजना का जोरदार विरोध हो रहा है। कांग्रेस के नेता भी लगातार इस योजना का विरोध कर रहे हैं। वहीं सरकार और सेना की तरफ से साफ कर दिया गया है कि यह योजना वापस नहीं होगी। इतना ही नहीं, सेना ने यह भी कहा है कि जिस युवक का नाम हिंसा करने में दर्ज होगा या उसके नाम से FIR दर्ज होगी, उसके लिए सेना के दरवाजे बंद हैं।