अपराधी को खोज निकालने और केस को सॉल्व करने के पुलिस की मुस्तैदी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे। पुलिस का एक ऐसा किस्सा भी है जो आपको पुलिस की काबिलियत पर फिर से सोचने को मजबूर कर देगा। चीन के दक्षिणपश्चिम की एक काउंटी की पुलिस ने एक वॉन्टेड अपराधी को पकड़ने के लिए पोस्टर पर उसकी बचपन की तस्वीर लगा दी।

झेंगजियॉन्ग काउंटी में अधिकारियों की तरफ से मंगलवार को जब तस्वीर जारी की गई। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने यह खबर प्रकाशित की। खबर के अनुसार पुलिस ने 100 वॉन्टेड अपराधियों की तस्वीर जारी की। इनमें से चार तस्वीर बच्चों की थी। इन चार में से भी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसमें नीली शर्ट पहने एक प्राइमरी स्कूल की उम्र का बच्चा मासूमियत से कैमरा देखता हुआ प्रतीत हो रहा है।

पोस्टर पर लिखा था, ‘जी किंग्हाई, पुरुष, नस्ल हान… सार्वजनिक स्थान पर अशांति फैलाने के मामले में वाटेंड है।’ पुलिस की तरफ से घोषित इस नोटिस में वॉन्टेड का आईडी कार्ड नंबर भी दिया गया था। तस्वीर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने पुलिस का जमकर मजाक उड़ाया।

झेंगजियॉन्ग काउंटी पुलिस के एक अधिकारी ने इस निर्णय का बचाव करते हुए कहा कि वॉन्टेड की हाल की तस्वीर उपलब्ध नहीं होने के कारण इस पुरानी तस्वीर का प्रयोग करने का निर्णय लिया गया था। पुलिस अधिकारी मिस्टर लियू ने चोंगकियांग मॉर्निंग पोस्ट से कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड में जी किंग्हाई की जो तस्वीर थी वह धुंधली थी। इसलिए उसकी बचपन की तस्वीर का प्रयोग किया गया। मिस्टर लियू के हवाले से कहा गया कि उसकी चेहरे की रूपरेखा में नहीं बदली होगी।

उसके चेहरे को देखें दे साफ है कि उसकी नाक, आंख, कान, मुंह और आइब्रो, यह सब नहीं बदले होंगे। हम किसी अन्य सुझाव का स्वागत करते हैं। हालांकि, ऑनलाइन काफी उपहास का सामना करने के बाद झेंगजियॉन्ग पुलिस ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर पत्र जारी कर माफी मांगी।