TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर एक वकील ने कुत्ता चोरी का आरोप का लगाया है। रॉटविलर नस्ल के कुत्ते को लेकर लोग वकील जय अनंत का कहना है कि उन्होंने 75 हजार में खरीदा था लेकिन महुआ मोइत्रा ने इसे किडनैप किया और जबरदस्ती अपने घर में रखा हुआ है। अनंत का कहना है कि ऐसा कर महुआ मोइत्रा CBI में उनके द्वारा ही दर्ज कराए गए केस को वापस लेना चाहती है। इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस में एक शिकायत भी दर्ज हुई है। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब कुत्ते को लेकर विवाद हुआ हो बल्कि एक बार युद्ध भी हो चुका है।
20वीं सदी की शुरुआत में ग्रीस और बुल्गेरिया के बीच, मैसेडोनिया को लेकर विवाद हो गया। 1904 में दोनों देशों के बीच लड़ाई शुरू हो गई। चार साल तक दोनों देश मैसेडोनिया पर अपना दावा कर लड़ाई लड़ते रहे। हालांकि किसी तरह लड़ाई शांत तो हुई लेकिन दोनों देशों के बीच तनातनी का माहौल बना रहा। लड़ाई तो नहीं चल रही थी लेकिन दोनों देशों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।
बॉर्डर पर पहुंचा कुत्ता और बन गया युद्ध की वजह
ग्रीस और बुल्गेरिया के सिपाही बॉर्डर पर पहरा दे रहे थे, 1925 में ग्रीस के एक सैनिक ने बुल्गेरिया की तरफ से आते हुए एक कुत्ते को देखा। ग्रीस के उस सैनिक को स्ट्रे डॉग्स से लगाव था तो वह उसे लेने के लिए आगे बढ़ गया और बॉर्डर पार गया। इसी दौरान घुसपैठ समझकर बुल्गेरिया के सैनिकों ने फायरिंग कर दी और सैनिक की मौत हो गई। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया और बॉर्डर पर बवाल हो गया।
सैनिक की मौत के बदले ग्रीस ने रख दी मांग
ग्रीस की सैनिक की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए और बॉर्डर पार करने लगे और शुरू हो गया युद्ध! दरअसल बुल्गेरिया की तरफ से साफ कर दिया गया कि उनकी तरफ से कोई गलती नहीं हुई है और इधर ग्रीस के लोगों ने समझा कि हमारे सैनिक को जानबूझकर मारा गया है। ग्रीस की तरफ से बुल्गेरिया को चेतावनी दी गई कि 2 दिन के भीतर दोषी को सजा दें और मृतक सैनिक के परिवार को मुआवजा दे।
…और शुरू हो गई लड़ाई
24 घंटों के भीतर 2 करोड़ सत्तर लाख के करीब की राशि और दोषी को सजा देने की मांग मानने में बुल्गेरिया असमर्थ था। बुल्गेरिया को लगा कि एक स्ट्रे डॉग की वजह से ग्रीस उनसे इस तरह बदला ले रहा है। इसके बाद दोनों देशों के बीच लड़ाई शुरू हो गई और ग्रीस ने बुल्गेरिया के उन क्षेत्रों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया, जिसे वह अपना मानता था। इस लड़ाई में कई और भी देश शामिल होने लगे इसके बाद UN (तत्कालीन लीग ऑफ नेशन्स) ने दखल देकर लड़ाई को शांत कराया था। इसी लड़ाई को ‘वॉर ऑफ द स्ट्रे डॉग’ के नाम से भी जाना जाता है। तो इस तरह एक कुत्ते की वजह से दो देशों के बीच लड़ाई शुरू हो गई थी।