कोविड-19 के बाद सांस की एक और बीमारी चिंता का विषय बन गई है। वर्तमान में चीन और भारत सहित कई देशों में HMPV संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। गूगल ट्रेंड्स डेटा के मुताबिक ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ और ‘एचएमपीवी वायरस लक्षण’ जैसे सर्च वर्ड्स में बढ़ोतरी हुई है। डेटा से पता चलता है कि 6 जनवरी 2025 को ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (Human metapneumovirus) सबसे ज्यादा खोजा जाने वाला शब्द था।

मणिपुर में सबसे अधिक सर्च किया जा रहा Human metapneumovirus

6 जनवरी देश के कई हिस्सों से विशेषकर शिशुओं में एचएमपीवी संक्रमण के कई पॉजिटिव मामले सामने आए। इसके बाद से सर्च पैटर्न में उतार-चढ़ाव आया है। गूगल ट्रेंड्स डेटा के मुताबिक मणिपुर के लोगों ने ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ को सबसे ज्यादा सर्च किया। इसके बाद सिक्किम, कर्नाटक, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और तेलंगाना में सर्च किया गया।

इंटरनेट यूजर्स ने लक्षण, कारण, मृत्यु दर, एचएमपीवी वायरस आदि जैसे संबंधित विषयों को भी सर्च किया। भारत में एचएमपीवी वायरस, भारत में एचएमपीवी मामले, एचएमपीवी भारत मामले, भारत में एचएमपीवी वायरस मामले, एचएमपीवी मामले जैसे सवालों में भी वृद्धि हुई है। चीन को लेकर भी सर्च किया गया।

पहली बार कब मिला था HMPV वायरस का केस? क्या है इसका फुल फॉर्म

क्या हैं HMPV के लक्ष्ण?

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक ये वायरस सर्दी जुकाम जैसे लक्षण पैदा करते हैं। इस वायरस के लक्षण कोविड-19 से मिलते जुलते हैं। इससे पीड़ित इंसान को तेज बुखार होना, सर्दी-खांसी, नाक बंद होना या नाक का बहना, गले में खराश होना, थकान और कमजोरी होना,सांस लेने में दिक्कत होना, छाती में दर्द होना, छाती में जकड़न होना, निमोनिया,ब्रोंकोलाइटिस जैसे लक्षण दिखते हैं। बच्चों में इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो उन्हें खाना निगलने में कठिनाई होना, मिजाज में चिड़चिड़ापन होना और नींद में परेशानी होने जैसे लक्षण दिखते हैं।

केंद्र ने दी ये सलाह

हालांकि अच्छी बात यह है कि सांस से संबंधित बीमारियों में वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने सांस संबंधी बीमारियों की पहचान करने के लिए सभी राज्यों को SEVERE ACUTE RESPIRATORY ILLNESS (SARI) और इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (ILI) के लिए निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है। जानें HMPV को लेकर केंद्र की कैसी है तैयारी