Google Trends: घग्गर नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद मोहाली जिला प्रशासन ने शुक्रवार को डेराबस्सी उप-मंडल के नौ गांवों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की। भारी बारिश और सुखना झील से पानी छोड़े जाने के कारण यह बाढ़ आई है। मोहाली की डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए तिवाना गांव का दौरा किया। जीरकपुर में सुखना नदी का पानी बलटाना पुल पर बह गया, जबकि मुबारिकपुर कॉजवे पर भी पानी भर गया।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण, पंचकूला से होकर पंजाब में एंट्री करने वाली घग्गर नदी, मोहाली के मुबारिकपुर गांव में उफान पर है। मोहाली जिले के डेरा बस्सी उपमंडल के नौ गांवों तिवाना, खजूर मंडी, साधनपुर, सरसिनी, आलमगीर, डंगधेरा, मुबारिकपुर, मीरपुर और बकरपुर को शुक्रवार सुबह घग्गर नदी में पानी का बहाव 70,000 क्यूसेक को पार करने के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है।

हालात पर नजर रख रहा प्रशासन

डेराबस्सी के एसडीएम अमित कुमार ने कहा कि पुलिस, जल निकासी और राजस्व विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रख रही हैं। जलभराव के कारण कई पुल अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। डीसी मित्तल ने लोगों, खासकर निचले इलाकों में रहने वालों से सतर्क रहने और बच्चों को नदियों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रखने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों को आपात स्थिति में कंट्रोल रूम से संपर्क करने की भी सलाह दी और उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।

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पंजाब में इस सीजन ज्यादा बारिश दर्ज की गई

पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, संगरूर, मानसा और मोगा समेत कई जिलों में इस मानसून सीजन में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। अकेले 25 से 27 अगस्त के बीच, इन इलाकों में औसत से लगभग आठ से नौ गुना ज्यादा बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति और भी गंभीर हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक, पंजाब के गुरदासपुर, होशियारपुर, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, रूपनगर, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, संगरूर, मानसा, बठिंडा, फिरोजपुर और फाजिल्का के साथ-साथ हरियाणा के आसपास के जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।