सऊदी अरब के रेगिस्तानों में पहली बार बर्फबारी हुई है। आमतौर पर तेल के भंडार और रेगिस्तान के लिए मशहूर सऊदी अरब में इतनी बर्फबारी हुई है कि पूरा रेगिस्तान बर्फ की सफेद चादर से ढंक गया है। वहीं पूरे इलाके में इसके चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
सऊदी अरब के अल-जौफ़ क्षेत्र में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण अचानक बर्फबारी हुई, जिससे यह क्षेत्र पहली बार बर्फीली चादर से ढंक गया। पिछले बुधवार को शुरू हुई बारिश के बाद ओएलई गिरने लगे और आमतौर पर सूखे रहने वाले पहाड़ बर्फ से ढक गए।
सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक अल-जौफ रीजन में इतनी बर्फबारी इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुई। प्रेस एजेंसी के अनुसार, मौसम की इस असामान्य घटना ने न केवल वहां के सीन को बदल दिया है, बल्कि नदियों और झरनों को नया जीवन भी दिया है, जिससे घाटियाँ भर गई हैं और नदियाँ फिर से बहने लगी हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं सऊदी के रेगिस्तान में बर्फबारी की तस्वीरें
जब सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें और वीडियो आने लगे, तो हर कोई जलवायु परिवर्तन के बारे में बात करने लगा। लोग बर्फ से ढके रेगिस्तान के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं, जिसने दुनिया भर का ध्यान खींचा है। यूजर्स इन तसवीरों और वीडियो को न सिर्फ शेयर कर रहे हैं बल्कि इस पर तरह-तरह के रिएक्शन भी दे रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “यह अच्छा संकेत नहीं है, प्रकृति अपना रंग बदल रही है।” दूसरे यूजर ने एक्स पर लिखा, “यह बर्फ नहीं, ओले हैं। बहुत बड़ा अंतर है।” एक एक्स यूजर ने लिखा, “क्या खूबसूरत नेचुरल सीन है।”
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सऊदी अरब की मौसम एजेंसी ने जारी की चेतावनी
सऊदी अरब की मौसम एजेंसी ने अब नागरिकों को अप्रत्याशित बर्फबारी के बाद आने वाले दिनों में और भी खराब मौसम के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है। तेज़ हवाएं, ओले और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है, जिससे विजिबिलिटी कम हो सकती है और यात्रा में देरी हो सकती है।
COP29 जलवायु शिखर सम्मेलन
वहीं, दूसरी ओर दुनियाभर के नेता COP29 जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए बाकू में एकत्र हो रहे हैं। जहां जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक सऊदी अरब के रेगिस्तान में बर्फबारी पर भी चर्चा संभव है। इस दुर्लभ मौसम की घटना ने COP29 में चर्चाओं को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है, जहां लगभग 200 देशों के नेता जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हो रहे हैं। COP29 बाकू में, 11-22 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है।