नेपाल में आई बाढ़ से अबतक 190 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। लोगों की जान जाने का सबसे अहम कारण बड़े पैमाने पर हुए लैंडस्लाइड को माना जा रहा है। अभी तक 30 से ज़्यादा लोग लापता हैं और 194 के करीब घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक काठमांडू शहर बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए इलाकों में से एक है। जहां कम से कम 34 लोगों की जान चली गई है। हालांकि शहर के दक्षिणी हिस्से में हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन राजधानी तक आने-जाने वाली ज़्यादातर सड़कें बदतर हालात में हैं।

कई सड़कें पानी में बही, घर गिरे

नेपाल के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने कहा कि लैंडस्लाइड के रहते कई सड़कें बुरी तरह से बिखर गई हैं। इन्हें साफ करने के लिए प्रयास जारी हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भाग लेने के बाद लौटे प्रधानमंत्री खड्ग प्रसाद ओली ने सोमवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। नेपाल के गृह मंत्री ने विस्थापितों के लिए अस्थायी कैंप बनाए जाने की घोषणा की है। साथ ही मृतकों और घायलों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की है। सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए स्कूलों को बंद करने की भी घोषणा की है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि यह प्रकृति का कहर है।

टूटे हुए घरों की भयानक तस्वीरें

नेपाल में आई बाढ़ के बाद हालात बहुत गंभीर हो गए हैं। लोगों के घर बह गए हैं, धाराशायी हो गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों से समझिए हालात:

काठमांडू की गलियों, घरों में भरा पानी (Reuters)
पानी का बहाव इतना ज़्यादा था कि कई घर बह गए (PTI)
बड़ी तादाद में लोगों को रिलीफ़ कैंप में ले जाया गया है (PTI)