जम्मू एवं कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में गुरुवार (11 अक्‍टूबर) को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में एक पीएचडी छात्र सहित दो कश्मीरी आतंकवादी मारे गए थे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पीएचडी छात्र व हिजबुल कमांडर मन्‍नान बशीर वानी जनवरी में आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था। मन्‍नान के एनकाउंटर पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने राजनैतिक दलों को निशाने पर लिया तो जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला से उनकी तीखी बहस हो गई। गंभीर ने पहले ट्वीट में लिखा, ”हमने एक आतंकी को मार दिया और कट्टरपंथी प्रतिभा केा खो दिया है। उमर अब्‍दुल्‍ला, महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस, भाजपा, सभी को अपना सिर शर्म से झुकाना चाहिए कि उन्‍होंने एक युवा को किताबों से बंदूक की तरफ मोड़ दिया।”

गंभीर का यह ट्वीट अब्‍दुल्‍ला को नागवार गुजरा। उन्‍होंने ट्वीट किया, ”यह शख्‍स (गंभीर) मानचित्र पर मन्‍नान का गृह-जनपद तक नहीं ढूंढ़ पाएगा, उसके गांव की बात तो छोड़ ही दीजिए और इन्‍हें लगता है कि यह जानते हैं कि कश्‍मीर में युवा क्‍यों बंदूक उठाते हैं। गंभीर को स्‍पष्‍ट तौर पर कश्‍मीर के बारे में उससे कम जानकारी है, जितनी मुझे क्रिकेट की है और मुझे क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता।” इसपर जवाब देते हुए गौतम ने कहा, ”उमर अब्‍दुल्‍ला, आपको मानचित्रों की बात नहीं करनी चाहिए। आप कश्‍मीर को पाकिस्‍तान ले जाने की बात कर मेरे देश का नक्‍शा बदलने पर आमादा हैं। अपने आलीशान बंगले से बाहर निकलिए और बताइए कि आपके साथी राजनेताओं ने कश्‍मीरी युवाओं संग बातचीत के लिए क्‍या किया है।”

अब्‍दुल्‍ला ने गंभीर के ट्वीट पर लिखा, ”अभी हफ्ता भर भी नहीं हुआ कि मैंने अपने दो सहयोगियों को आतंकियों के हाथों खोया है, 1988 के बाद से, मेरी पार्टी ने हजारों वरिष्‍ठ और युवा कार्यकर्ता खोए। मुझे राष्‍ट्रवाद और त्‍याग पर किसी ऐयसे व्‍यक्ति से लेक्‍चर नहीं चाहिए जिसे इसका मतलब भी नहीं पता।” एक और ट्वीट में अब्‍दुल्‍ला ने लिखा, ”जब आप कश्‍मीर के बारे में खुद को जागरूक कर चुके हों तब हम एक सार्थक बहस कर सकते हैं, तब तक आप अपनी दुनिया में मगन रहिए।”

आखिर में गौतम गंभीर ने ट्वीट किया, ”आप अकेले नहीं हैं अब्‍दुल्‍ला जी, आपके जैसे कई (राजनेता) खुद को आईना दिखाया जाना पसंद नहीं करते और इसी वजह से मेरा देश जख्‍मी है। राष्‍ट्रवाद और त्‍याग के लिए असली मर्द की जरूरत होती है, आप जैसे सोशल मीडिया पर 280 कैरेक्‍टर की लिमिट में मुंह चलाने वालों की नहीं।”