भगवान गणेश की राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ(आरएसएस) की पोशाक में तस्‍वीर सामने आई है। सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म फेसबुक पर एक व्‍यक्ति ने यह तस्‍वीर शेयर की है। इसमें गणेश को आरएसएस की पोशाक पहने हुए दिखाया गया है। साथ ही आरएसएस की तरह ही प्रार्थना करते दिखाया गया है। गणेश के साथ ही उनका वाहन चूहा भी इसी गणवेश में दिख रहा है। इन दोनों मूर्तियों को सफेट शर्ट, खाकी निकर, काले जूते पहने दिखाया गया है। साथ ही गणेश के हाथ में भगवा झंडा भी थमाया गया है। बताया गया है कि एक पंडाल में यह मूर्ति लगाई गई है। तस्‍वीर में गणेश की एक अन्‍य मूर्ति भी है जो आरएसएस गणवेश धारी मूर्ति के नीचे पैरों में रखी है। प्रकाश गोविंद नाम के एक शख्‍स ने यह फोटो पोस्‍ट की है। इसके साथ उन्‍होंने लिखा, ‘बस जे ही कसर बाकी रह गयी थी।’ उनकी पोस्‍ट को अब तक 369 लोग शेयर कर चुके हैं।

वरिष्‍ठ पत्रकार ओम थानवी ने भी इसे शेयर किया है। उन्‍होंने इसके साथ लिखा है, ”गण देवता। गणेश। गण वेश। सत्ता का कैसा नशा है। सरासर पागलपन। अब हिटलर के रंग वाली भूरी पतलून भी पहनाइएगा??” दोनों की टाइमलाइन पर लोग भगवान गणेश की मूर्ति को आरएसएस की गणवेश पहने हुए दिखाए जाने की आलोचना कर रहे हैं। लोगों ने कमेंट में लिखा है कि गणेश जी की पहली मूर्ति देखी है जिसने जूते पहने हुए हैं। एक यूजर ने लिखा पुरानी आदत गई नहीं। फुलपेंट पहनाना भूल गए। लोगों ने यह भी लिखा कि इसके जरिए सनातन धर्म का अपमान किया गया है। एक अन्‍य यूजर ने लिखा, ”ये गधे तो जैसे देश से दुश्मनी निभा रहे है। अब भगवान RSS के गुलाम हो गए क्या!!!”

कुछ यूजर का कहना है कि यह हिंदू धर्म की व्‍यापकता दिखाता है। उन्‍होंने लिखा है, ”जिसकी जैसी श्रद्धा वैसा पहनाए.. आखिर परेशानी क्या है?, यह इसी धर्म में संभव है कि भगवान को अपनी पसंद के रूप में देख सकते हैं|’ गौरतलब है कि इससे पहले स्‍वामीनारायण की मूर्ति को भी आरएसएस गणवेश में दिखाया गया था। इस पर भी काफी सवाल उठे थे। हालांकि उस समय स्‍वामीनारायण की मूर्ति के हाथ में तिरंगा दिखाया गया था।