राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव संत रविदास की तस्वीर शेयर करके ट्रोल गए। बुधवार (31 जनवरी) को संत रविदास की जयंती थी। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने उनकी एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर बधाई दी थी। लेकिन तस्वीर में संत रविदास से ऊपर तेजस्वी की फोटो बनी होने के कारण वह लोगों के निशाने पर आ गए। सबसे पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू)  नेताओं ने तेजस्वी की निंदा की और फिर वह ट्रोल्स के हत्थे चढ़ गए। तेजस्वी यादव ने ट्वीट में लिखा था- ”परमज्ञानी, संत शिरोमणि, सामाजिक परिवर्तन के महानायक संत सतगुरु रविदास जी महाराज की जयंती पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।” इस ट्वीट में उन्होंने लोगों को शुभकामनाएं ही दी थीं, लेकिन फोटो के कारण उन्हें लोगों ने कमअक्ल तक ठहरा दिया।

नीरज कुमार नाम के यूजर ने लिखा- ”दागी तेजस्वी जी, आप अपने पिताजी की अनुपस्थिति में अपनी पारिवारिक पार्टी राजद के सर्वेसर्वा तो बन गए परन्तु संत सतगुरु रविदास जी महाराज का तो अपमान न करें। आप राजद में सबसे बड़े हो सकते हैं पर इन संत पुरुष से ऊपर नहीं, आखिर संत रविदास जी का अपमान क्यों?”

सुरज कुमार गुप्ता ने तेजस्वी के दार्शनिक ज्ञान को चुनौती ही। उन्होंने लिखा- ”एक दार्शनिक मत का नाम ही बता दें तो मैं जिंदगी भर आपको वोट दूंगा।” मुनीष शर्मा ने लिखा कि अक्ल होती तो रविदास जी की फोटो ऊपर लगाते। हरमनबीर ने लिखा- ”अपनी फोटो जरा सा और ऊपर लगाना था।” बाबू भैया ने लिखा- आपका फोटो बॉर्डर के बाहर निकल लिया, ठीक वैसे जैसे आप सत्ता से बाहर हो गए।”

इससे पहले जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी की तस्वीर पर कहा कि वह शुरू से दलितों के हिमायती बनने का पाखंड करते आएं हैं। यह तस्वीर बताती है कि दलित समुदाय से आने वाले संत के प्रति तेजस्वी के मन में कितना आदर है। उन्होंने इस तस्वीर को संत पुरुष का अपमान करने वाला बताया।