पांच साल की बच्ची एला-मे जो एलेस्मेयर पोर्ट की रहने वाली है बीते दिनों अपनी मां के साथ घर में हंस खेल रही थी। दोनों मां बेटी एक दूसरे के पास बैठकर बातचीत कर रही थी। मां जम्मा ग्रिफिथ्स उसके नाखून पर नेल पॉलिश लगा रही थी। तभी अचानक बच्ची बेहोश होकर गिर गई। वहीं, उसकी सांसें भी थम गईं। मां बच्ची की हालत देखकर घबरा गई।
महिला अपनी बेटी को लेकर अस्पताल पहुंची
घबराई मां ने बच्ची को होश में लाने के लिए CPR देना शुरू किया। लेकिन तब भी बच्ची ने अपने आंख नहीं खोले। घटना की सूचना पाकर पास ही में रहने वाले बच्चों के डॉक्टर भी मदद के लिए आए। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसे में महिला अपनी बेटी को लेकर अस्पताल पहुंच गई।
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अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्ची का सीटी-स्कैन किया। स्कैन में ये बात सामने आई कि बच्ची को दिल का गौरा पड़ा था। ये देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए क्योंकि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ थी। डॉक्टरों को तब और ताजुब्ब हुआ जब बच्ची को इलाज के दौरान दोबारा दिल का दौरा आया और उसकी हालत और बिगड़ गई।
बच्ची के इलाज के दौरान डॉक्टरों को पता चला कि बच्ची कैटेकोलामिनर्जिक पॉलीमॉर्फिक वेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया (CPTV) नाम की एक रेयर जानलेना हार्ट कंडीशन से पीड़ित है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें अचानक दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है। इस कारण दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
बेटी के स्वभाव में बदलाव देखा था
इस घटना के बाद बच्ची की मां ने बताया कि घटना वाले दिन से पहले की रात उसने बेटी के स्वभाव में बदलाव देखा था। बच्ची जो आमतौर पर हंसमुख स्वभाव की थी, वो चिड़चिड़ापन दिखा रही थी। चिल्ला रही थी। वो सोने भी जल्दी चली गई थी। लेकिन इन सभी बातों से वो इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाई इतनी गंभीर स्थित भी हो सकती है।
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हालांकि, कुछ दिनों तक चले इलाज के बाद बच्ची को घर जाने की इजाजत मिल गई। लेकिन उसे हार्ट मोनिटरिंग डिवाइस के साथ रहना पड़ा। कुछ हफ्तों बाद बच्ची को फिर से सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां एक स्पेशल टीम ने बच्ची की सिंपथेक्टॉमी की। इस प्रक्रिया में एक विशेष नस को काटकर हार्ट में एड्रेनालिन का असर कम किया जाता है।
जागरूकता अभियान चलाना शुरू कर दिया
इस तरह की बीमारी की जानकारी मिलने के बाद महिला ने इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाना शुरू कर दिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि बच्चों में लगातार थकान, दिल की धड़कन तेज होना, चक्कर आना या अचानक बेहोश होने जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।