दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान 7 अक्टूबर को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट ALT न्यूज़ के सह – संस्थापक प्रतीक सिन्हा, मोहम्मद जुबैर और भारतीय लेखक हर्ष मंदर का नाम दावेदारों की लिस्ट में शामिल है। नोबेल पीस प्राइज को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी शीश पॉल वैद ने एक मीम शेयर किया। जिस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

पूर्व डीजीपी ने शेयर किया ऐसा मीम

जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी शीश पॉल वैद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक मीम शेयर किया। जिसमें लिखा गया था कि, ‘ अब घोड़ों की रेस में गधे भी दौड़ेंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने हंसने वाली इमोजी का प्रयोग कर लिखा कि नोबेल पीस प्राइज। उनके द्वारा शेयर किए गए इस मीम को अब तक 19 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं तो वहीं 12 सौ लोगों ने कमेंट किया है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

पत्रकार रोहिणी सिंह लिखती हैं कि दुर्भाग्य की बात है कि आप इतने वरिष्ठ आईपीएस और जिम्मेदार पद पर रह चुके हैं और अब आईटी सेल के ट्रोल तक सिमट गए हैं। अगर रिटायरमेंट के बाद आपको समय बिताना मुश्किल लगता है तो बागवानी करने या फिर तो टोकरी बुनने की कोशिश क्यों नहीं करते? ये सम्मानजनक शौक है। इसके जवाब में उन्होंने लिखा कि सजेशन देने के लिए धन्यवाद। मुझे मीम पसंद है, ये ज्यादा मजेदार है।

पत्रकार साक्षी जोशी कमेंट करती हैं कि आईपीएस बनकर भी ट्रोल की उपाधि मिल रही है। प्रतीक और ज़ुबैर को दुनिया जान रही है। समझो इनकी तकलीफ। पत्रकार अभिषेक आनंद ने लिखा, ‘आप तो रिटायर हो चुके हैं, खुलकर क्यों नहीं लिखते। जब इस फील्ड में उतर ही चुके हैं?’ फिल्ममेकर विनोद कापरी ने इस ट्वीट पर सवाल किया – सर आप DGP भी रह चुके हैं… DGP समझते हैं ना?

रितिका नाम की एक ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं कि एपिक है आपका तो। राजेंद्र नाम के ट्विटर हैंडल से एक मीम शेयर कर लिखा गया, ‘जिनका नाम संभावित लिस्ट में है, वह इनका ट्वीट पढ़कर कह रहे होंगे कि अरे बोलने दे, तकलीफ हुआ है बेचारे को।’ सयक नाम के एक ट्विटर यूजर सवाल करते हैं – आपने यूपीएससी सीएसई का एग्जाम पास कैसे किया था? रिशु नाम से ट्विटर यूजर ने लिखा कि अरे आपका यह मीम पढ़कर तो जोर की हंसी आई है।