संस्कृत में शास्त्री यानी ग्रेजुएट, आचार्य (पोस्ट ग्रेजुएट), शिक्षा शास्त्री (बीएड) की डिग्री के साथ बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के संस्कृत विद्यालय धर्म विज्ञान (SVDV) संस्थान में संस्कृत प्रोफेसर बने फिरोज खान इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल संस्कृत विद्यालय धर्म विज्ञान (SVDV) संस्थान में उनकी नियुक्ति के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय में विरोध शुरू हो गया है। BHU में फिरोज खान की नियुक्ति का विरोध कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों का कहना है कि कोई भी व्यक्ति जो उनकी भाषा और धर्म के आधार से नहीं जुड़ा है, वो हमें कैसे पढ़ा सकता है। इस पर फिरोज खान का कहना है कि मेरी नियुक्ति संस्कृत साहित्य पढ़ाने के लिए हुई है, जिसका धर्म से कोई लेनादेना नहीं है।
इन सब विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और फिल्म अभिनेता परेश रावल ने प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति का समर्थन किया है। फिरोज खान के समर्थन में ट्वीट करते हुए परेश रावल ने लिखा- मैं प्रोफेसर फिरोज खान के विरोध को देख सत्ब्ध हूं। भाषा का धर्म से क्या लेना-देना है। इसे तो विडंबना ही कहेंगे कि जिस फिरोज खान ने संस्कृत में मास्टर्स और पीएचडी किया हो उसी का विरोध हो रहा है। भगवान के लिए ये सब मूर्खता बंद होनी चाहिए।
Stunned by the protest against professor Feroz Khan !what language has to do with Religion!?!?!? Irony is professor Feroz has done his masters and PhD in Sanskrit !!! For Heavens sake stop this god damn idiocy !
— Paresh Rawal (@SirPareshRawal) November 19, 2019
इस ट्वीट के बाद परेश रावल ने एक और ट्वीट किया। अपने अगले ट्वीट में परेश रावल ने लिखा- ये तो वही बात हो गई जैसे कहा जाए कि मोहम्मद रफी को भजन नहीं गाने चाहिए औऱ नौशाद साहब को इन्हें कंपोज नहीं करना चाहिए।
By same logic great singer late Shri Mohammad Rafi ji should not have sung any BHAJANS and Naushad Saab should not have composed it !!!!
— Paresh Rawal (@SirPareshRawal) November 19, 2019
प्रोफेसर फिरोज खान के सपोर्ट में परेश रावल को देख सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें ही ट्रोल करने लगे। ट्रोल करने वाले बहुत से लोगों ने लिखा कि फिरोज खान संस्कृत के इतने बड़े ज्ञाता हैं तो वह जाकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संस्कृत पढ़ाएं। वहीं कुछ ने लिखा कि क्या किसी हिंदू प्रोफेसर को मक्का में अरबी पढ़ाने दिया जाएगा। कुछ यूजर्स ये भी लिख रहे हैं कि इस तरह का काम करने वालों का आपने भी खूब समर्थन किया है..तो अब भुगतिए।
Would a Hindu be allowed to teach Arabic in Mecca?
— WorldHarmony (@herbaltradition) November 19, 2019
So appoint feroz khan in AMU, Jamia and other University to spread the essence of Sanskrit Vidya Dharma Vigyan
— Bangali Babu (@sudarshan_S_L) November 19, 2019
परेश जी बात संस्कृत भाषा पढ़ाने की नहीं, बात धर्म विज्ञान की है समझिये यह नियुक्ति 100% साज़िश है
क्या मुस्लिम और ईसाई हमारे सनातन मूल्यों को समझेंगे?
अगर हाँ तो तो वो धर्मांतरित ही क्यूँ होते?हिंदू धर्म में आस्था रखने वाला ही स्वीकार्य है चाहे किसी जाति का हो,
मुस्लिम नहीं— Hate Politics (@stupidvillager) November 19, 2019
Teaching sanskrit is one thing and teaching Hindu theology in sanskrit is different thing
— ashok razdan (@ashok099) November 19, 2019
सर वो संस्कृत पढाये हमे परेशानी नही,पर वहाँ नहीं जहाँ हिंदू धर्म के कर्मकांड और पूजापद्धती के बारे मे शिक्षा दी जाती है।
— Sushma Singh (@SushmaAnand89) November 19, 2019
Sir this is outcome of your strategy which u are spreading against Hindu Muslim..
Shame on you.
— Pawan Dixit INC #WithJitinPrasada# (@PawanDixitINC) November 20, 2019
The ridiculous u feel today is what we have been feeling for so many things in last 5 years…u cant create a monster first then wonder why its attacking..anyway…congratulations on the regenerating spine..
— chetana gautam (@chetana_gautam) November 20, 2019
वहीं कुछ लोग परेश रावल के इस ट्वीट से हैरान भी हैं। ऐसे कुछ लोग कह रहे हैं कि लगता है परेश रावल का अकाउंट हैक हो गया है। उनके अकाउंट से कोई तार्किक और एकता के मैसेज पोस्ट कर रहा है। वहीं कुछ लोग ये भी लिख रहे हैं कि सांसदी जाते ही सदबुद्धी आ गई परेश रावल में।
Shit! @SirPareshRawal‘s account has been hacked!
Someone’s posting messages of sense & unity from it
Please… IT Cell …inform him ASAP!— Akash Banerjee (@TheDeshBhakt) November 19, 2019
I’m worried …. something unprecedented is going to happen … Aaltu Jalal tu Aayi Balaa ko taal Tu …
— GOURMANDIZERS (@rockyandmayur) November 19, 2019