संसद भवन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। इस चर्चा के दौरान संसद के सदस्य अपनी बात रख रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में अपनी बात कही। इस दौरान एक मौक़ा ऐसा आया जब श्रीकांत शिंदे हनुमान चालीसा पढ़ने लगे। इसके बाद स्पीकर को टोकना पड़ा।

सदन में क्यों पढ़ने लगे हनुमान चालीसा?

श्रीकांत शिंदे ने कई विषयों पर बोलते हुए हनुमान चालीसा का मुद्दा उठाया। श्रीकांत शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र में हनुमान चालीस पढ़ने पर भी रोक लगा दी गई थी। इसी बीच किसी सदस्य ने श्रीकांत से कहा कि आपको आती है हनुमान चालीसा? जवाब में श्रीकांत ने कहा, ‘मुझे पूरी हनुमान चालीसा आती है।’ श्रीकांत शिंदे ने हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया।

‘हनुमान चालीसा पढ़ने पर देशद्रोह का केस’

श्रीकांत शिंदे को हनुमान चालीसा पढ़ता देख चेयर पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने उन्हें रोकते हुए कहा कि आप अपनी बात जारी रखिये। विपक्ष के नेताओं से भी चुप रहने की अपील की। इसके बाद श्रीकांत शिंदे ने आगे कहा, ‘हम बालासाहेब के विचारों पर चलने वाले लोग हैं। हम सिर्फ हिंदुत्व का नाम नहीं लेते बल्कि हिंदुत्व चलते भी हैं। जिन्होंने हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश तो जेल में डाल दिया गया और देशद्रोह का केस लगा दिया।’

शिंदे ने कहा, ‘जिस सावरकर के विचारों पर हमारी शिवसेना पार्टी बनी थी। बालासाहेब भी सावरकर को मानते थे लेकिन कुछ लोगों ने सावरकर को गाली देने वालों की गोद में बैठने का पाप किया है। यही इनकी INDIA है। पत्रकारों को जेल में डालने का काम इन्होंने किया और अब डेमोक्रेसी को बचाने की बात कर रहे हैं।’

वहीं समाजवादी पार्टी की मैनपूरी से सांसद डिंपल यादव ने कहा कि पीएम मोदी वसुधैव कुटुम्बकम की बात करते हैं तो क्या मणिपुर हमारा परिवार नहीं है। पीएम मोदी से सदन में बयान देने की मांग करते हुए सपा सांसद ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि पीएम सदन में मौजूद रहेंगे, लेकिन वे आज भी नहीं आए।