देश में इस वक्त सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश को लेकर खूब बहस छिड़ी हुई है जिसमें कोर्ट ने दिल्ली-NCR में सभी आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाकर डॉग शेल्टर होम भेजने की बात कही थी। कोर्ट के इस आदेश के बाद कई लोग इस फैसले के विरोध में उतर आए जबकि कुछ ने इसका समर्थन किया। समर्थन करने वाले लोगों ने स्ट्रीट डॉग के हमले की घटनाओं का जिक्र किया। खैर देश में बहस जारी है, लेकिन इस बीच यूपी के बदायूं जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां कुत्ते के चाटने भर से एक मासूम की मौत हो गई है, चलिए बताते हैं कि माजरा क्या है।
कुत्ते के चाटने से हुई मौत
अभी तक आपने कुत्ते के काटने से होने वाली मौतों के बारे में सुना होगा, लेकिन बदायूं के सहसवान इलाके में एक मासूम बच्चे की तब मौत हो गई जब एक आवार कुत्ते ने सिर्फ उसे चाट लिया। जानकारी के मुताबिक, यह घटना महीने भर पहले की है जब 2 साल के अदनान की एक पुरानी चोट को आवारा कुत्ते ने चाट लिया था। बस इसी से उस बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत की वजह रेबीज बीमारी बनी।
इलाके के लोगों में दहशत का माहौल
कुत्ते ने 1 महीने पहले मोहम्मद अदनान के पैर के घाव को चाट लिया था और बच्चे में पानी से डरने और पीने से मना करने जैसे लक्षण सामने आए थे, जिन्हें हाइड्रोफोबिया कहते हैं। उसकी हालात बिगड़ने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां बच्चे ने अगले दिन दम तोड़ दिया। इस घटना से पूरे इलाके में दशहत फैल गई है और गांव के करीब दो दर्जन लोग एहतियातन अस्पताल जाकर रेबीज का इंजेक्शन लगवा रहे हैं।
घटना से डॉक्टर भी हैरान
इस घटना पर बदायूं जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. प्रशांत त्यागी ने कहा है कि ये घटना बताती है कि कुत्तों के काटने या चाटने को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इससे रेबीज होने का खतरा होता है। सिर्फ कुत्ते ही नहीं बल्कि बिल्ली और बंदर के काटने और चाटने पर फौरन रेबीज का टीका लगवाना चाहिए, इसको बिल्कुल भी अनदेखा या हल्के में नहीं लेना चाहिए।