केंद्र सरकार के 500 व 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने के ऐलान का आम जनजीवन पर असर पड़ रहा है। लोग बैंकों के बाहर नोट बदलवाने के लिए कतार में लगे हैं। एटीएम के बाहर भीड़ होती है तो कुछ ही देर में कैश खत्‍म हो जाता है। विमुद्रीकरण के बाद सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा चल रही है। यहां भी अलग-अलग बातें सुनने को मिल रही हैं। एक धड़ा कहता है कि हम सरकार के फैसले के साथ हैं, दूसरा कहता है कि सरकार का यह फैसला बिना सोचे-समझे लिया गया, इसे वापस लिया जाना चाहिए। दोनों तरह की राय के बीच, ट्विटर में नोटबंदी के पक्ष और विपक्ष में कई ट्रेंड्स चले हैं। गुरुवार को ट्विटर पर ‘#रोती_जनता_हँसता_मोदी’ ट्रेंड कर रहा है। दरअसल, विपक्ष की तरफ से, खासकर कांग्रेस की तरफ से आरोप लगाया गया था कि पीएम नरेंद्र मोदी का यह फैसला सरासर गलत है। कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने कहा था, ”मोदी जी एक दिन हंसते हैं, अगले दिन रोते हैं। वे तय कर लें कि क्‍या करना है।”

ट्विटर पर कुछ यूजर्स ने इस हैशटैग के साथ सरकार के इस कदम की आलोचना की है। लोगाें का कहना है कि फैसला लागू करने में हुई दिक्‍कत का सरकार ने अंदाजा नहीं लगाया, नतीजा बैंकों के बाहर लोगों की लाइन लगी है और आम आदमी परेशान हो रहा है। कुछ ट्विटर यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि क्‍या इसी परेशानी के लिए जनता ने उन्‍हें वोट दिया था। एक यूजर ने लिखा है, ”किसान लुट गया, जनता रो दी, अब तो भैया बस कर मोदी।” सरकार के इस फैसले को लेकर चुटकी लेने वालों की भी कमी नहीं है।

देखिए, ट्विटर पर कैसे हो रही है मोदी सरकार की आलोचना: 

https://twitter.com/2raman/status/799150639704145920

गौरतलब है कि दो दिन पहले भाजपा के संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने पार्टी सदस्‍यों से कहा था कि देश की जनता नोटबंदी के फैसले के साथ है, इसलिए रक्षात्‍मक होने की जरूरत है। सरकार की ओर से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय व पत्र सूचना कार्यालय को निर्देश दिए गए हैं कि वह नोटबंदी के फैसले पर सकरात्‍मक चीजों का प्रचार करे।