देश में 500, 1000 रुपए के नोट बंद होने के बाद बैंकों, एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। हालांकि पर्याप्त कैश न होने से लोग खाली हाथ वापस लौट रहे हैं। ऐसे में नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले का विरोध कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ATM का नया फुल-फार्म दिया है। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष की अगुवाई में कुछ पार्टियों के सांसदों ने बुधवार को संसद का शीतकालीन सत्र श्ुारू होने पर विराेध मार्च निकाला। इसमें टीएमसी, शिवसेना, उमर अब्दुल्ला व आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान शामिल हुए। नोटबंदी के विरोध में यह मार्च ममता दी की पहल पर निकाला गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मार्च का समर्थन किया था, हालांकि उन्होंने इसमें हिस्सा नहीं लिया। मार्च के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ”पहले एटीएम का फुल फार्म होता था ‘आल टाइम मनी’ मगर अब इसका मतलब है ‘आएगा तो मिलेगा’। हालांकि एटीएम का फुल फार्म ‘ऑटोमेटेड टेलर मशीन’ होता है, मगर ममता ने इसमें बदलाव किया तो ट्विटर पर यूजर्स ने प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। कई यूजर्स ने ममता पर व्हाट्सएप मैसेज पढ़कर सुनाने के लिए तंज कसा तो किसी ने उनके सेंस ऑफ ह्यूमर की तारीफ की।
संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार यानी 16 नवंबर से शुरू हुआ। केंद्र सरकार द्वारा 8 नवंबर को विमुद्रीकरण के फैसले के बाद इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार सही साबित हुए। राज्यसभा में कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत की अर्थव्यवस्था ‘काले धन पर चलती है।’ उन्होंने पूछा कि ‘किस कानून ने आपको अधिकार दिया कि हमें अपने अकाउंट से पैसे निकालने पर भी पाबंदी लगा रहे हैं?’
https://twitter.com/SandeshMate/status/798812835035811840
https://twitter.com/mattoo_rakesh/status/798812847329288193
????..didi has got sense of humor!!!
— Bipasha (@NonCommieBong) November 16, 2016
Money is what she sees everywhere "All Time"
— arshad (@arsniche) November 16, 2016
Mamata does it best. Gives ATM another meaning- Aayega Tab Milega
— sunainaa chadha (@sunainaachadha) November 16, 2016
Full Form of ATM: As Per our Teachers-"Automated Teller Machine" As Per Mamata Didi- "All Time Money" Wah re Didi. pic.twitter.com/suI33jbIPy
— Akshay Singh (@iakshaysinghel) November 16, 2016
मायावती ने सदन में पीएम नरेंद्र मोदी को बुलाने की मांग उठाई। उन्होंने कि कहा कि नोटबंदी का मुद्दा संवदेशनील है इसलिए पीएम को सदन में चर्चा के वक्त मौजूद रहना चाहिए। इस पर नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी पीएम को बुलाए जाने की मांग कर दी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आश्वासन दिया कि वह इस बारे में बात करेंगे।