बसपा सांसद दानिश अली पर संसद में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई टिप्पणी पर विवाद बढ़ता जा रहा है। रमेश बिधूड़ी की चौतरफा आलोचना हो रही है। एक तरफ लोकसभा के सभापति ने रमेश बिधूड़ी को चेतावनी दी है तो भाजपा की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। BSP सांसद ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।
मेरे साथ ऐसा तो आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार?
लोकसभा में हुए घटना और बहस पर दानिश अली ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि अगर एक चुने हुए प्रतिनिधि के साथ सदन में इस तरह का व्यवहार हो सकता है तो एक आम आदमी के साथ क्या हो सकता है?
‘मेरे पास सदन छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं’
इतना ही नहीं, दानिश अली ने यह भी कहा कि जो आजादी मिली है हमें, जो संविधान हमें मिला है, उसके हिसाब से चुनकर जाने वाले लोगों के साथ सत्ता पक्ष इस तरह का व्यवहार करेगा तो मेरे पास सदन को छोड़ने का अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। महिलाओं के अधिकार के लिए पार्लियामेंट का सत्र बुलाया गया था लेकिन एक चुने हुए सांसद को उसके समाज से जोड़कर हमला किया गया।
दानिश ने भावुक होते कहा कि इन्होंने ना सिर्फ मुझे बल्कि पूरे देश को शर्मसार किया है। अब देखना ये है कि माननीय सांसद रमेश बिधूड़ी जी के खिलाफ पार्टी कोई कार्रवाई करती है या नहीं, या फिर उनको प्रमोट कर मंत्री बना दिया जाएगा। वहीं एक मीडिया चैनल से बात करते हुए दानिश अली रो पड़े।
दानिश अली ने कहा, ‘रात भर में सो नहीं पाया, मेरे दिमाग की नसें फट रही थी।’ इतना कहते ही दानिश अली आंसू पोछते हुए वहां से चले गए। दानिश अली के भावुक होने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर दानिश अली को लोगों का समर्थन मिल रहा है।
रमेश बिधूड़ी की सोशल मीडिया पर लोग खूब आलोचना कर रहे हैं, यहां तक उनकी पार्टी के नेता भी उनके बयान से किनारा कर रहे हैं। बीजेपी ने कारण बताओं नोटिस जारी कर पूछा है क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। रमेश बिधूड़ी द्वारा दिए गए बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। हालांकि संसद की कार्यवाही से विवादित हिस्सा हटा दिया गया है।