कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी को धन्‍यवाद दिया है। दरअसल, आडवाणी ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लगातार हंगामा होने पर नाराजगी जताई थी। जिसके बाद राहुल ने ट्वीट कर लिखा, ”धन्‍यवाद आडवाणी जी, अपनी पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक मूल्‍यों के लिए लड़ने के लिए’। आडवाणी ने गुरुवार को कुछ सांसदों से बातचीत में कहा था कि वह सोचते हैं कि उन्‍हें इस्‍तीफा दे देना चाहिए। आडवाणी से बातचीत का हवाला देते हुए टीएमसी सांसद इदरीस अली ने एएनआई को यह जानकारी दी थी। संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्‍त हो रहा है और पूरे सत्र में कोई प्रभावी कामकाज नहीं हो सका। नोटबंदी व अन्‍य मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते एक दिन भी संसद की कार्रवाई सुचारू रूप से नहीं चल सकी। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों जगह नोटबंदी पर बहस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी को लेकर विपक्ष अड़ा रहा है।

राहुल गांधी ने आडवाणी को धन्‍यवाद दिया तो कई यूजर्स हैरान हो गए। कुछ लोगों ने मोदी के अति-उत्‍साही समर्थकों (सोशल मीडिया पर उन्‍हें भक्‍त कहा जाता है) पर चुटकी ली। दिलशाद मलिक ने लिखा, ‘भक्तों को मिर्ची लग गयी बर्नोल लगा लो भाई।’ देविका ने लिखा कि ‘सबको पता है कि सरकार नहीं, बल्कि विपक्ष खासकर कांग्रेस ने अपने अहंकार की वजह से पूरी संसद ठप कर रखी है।’ अहमद नवाजी ने लिखा, ‘धन्यवाद आडवाणी जी, पर आज आपने ने आधिकारिक रूप से ये ऐलान कर दिया कि उन्हें राष्ट्रपति बनने का शौक नहीं है।’

राहुल के ट्वीट पर यूजर्स ने क्‍या कहा, देखिए:

https://twitter.com/dilshadM01/status/809330299322515457

https://twitter.com/AnchanLata/status/809340107878711296

https://twitter.com/battoleybaz/status/809331633740357632

https://twitter.com/angryoungwoman/status/809335872827101184

https://twitter.com/pliersnwires/status/809330459154980864

https://twitter.com/ChocolateLavaC1/status/809331278344425472

https://twitter.com/e_haridas/status/809330010343571456

अली के मुताबिक, आडवाणी ने कहा कि ‘अगर आज संसद में अटल जी होते तो वह भी परेशान होते। कोई जीते या हारे, इस सब हंगामे से संसद की हार हो रही है। स्‍पीकर से बात करके कल चर्चा होनी चाहिए।” इदरीस अली के अनुसार, आडवाणी ने कहा, ”जो भी चल रहा है, मैंने संसद में ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा है। चर्चा होनी चाहिए। मेरा मन इस्‍तीफा देने का करता है।”

इदरीस के अनुसार जब उन्‍होंने आडवाणी से उनकी सेहत के बारे में पूछा तो उन्‍होंने कहा कि ‘मेरी सेहत तो ठीक है मगर संसद की सेहत ठीक नहीं है।’ इस संबंध में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि ‘पूरा देश जानता है कि कौन संसद ठप कर रहा है। वरिष्‍ठ नेता होने के नाते संसद की स्थिति पर आडवाणी जी बेहद दुखी हैं।’