भारत के सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार (3 मार्च, 2023) को कहा कि ‘अमेरिकन बार एसोसिएशन इंडिया कॉन्फ्रेंस’ 2023 में ‘लॉ इन एज ऑफ ग्लोबलाइजेशन: कन्वरजेंस ऑफ इंडिया एंड वेस्ट’ विषय पर बोलते हुए कहा कि झूठी खबर के दौर में सच ‘पीड़ित’ हो गया है। उनके इस बयान पर ज्यादातर सोशल मीडिया यूज़र्स ने सहमति जताते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कही यह बात

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने फेक न्यूज़ पर चिंता जताते हुए कहा कि हम ऐसे दौर में रह रहे हैं जहां लोगों में सब्र और सहिष्णुता कम है। सोशल मीडिया के दौर में अगर कोई आपकी सोच से सहमत नहीं है तो वह आपको ट्रोल करना शुरू कर देता है। इसके साथ उन्होंने कहा,’सोशल मीडिया पर गलत खबरें इतनी रफ़्तार से चलती हैं कि सच्चाई वाली खबरें विक्टिम बन जाती है।

संविधान को लेकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की ओर से कहा गया कि जब यह बनाया गया तो वह एक परिवर्तन लाने वाला डॉक्यूमेंट था। जिसमें दुनियाभर की सबसे बेहतर प्रैक्टिसेस को शामिल किया गया था। उन्होंने आगे कहा कि संविधान को लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग पर डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जज होकर हम इस ट्रोलिंग से बच नहीं पाते हैं और हमें भी ट्रोल होने का दर लगा रहता है।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के बयान पर लोगों के रिएक्शन

@Panday_CP नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- वाकई सच शिकार हो गया। और शिकारी की चालाकी तो देखिए… खुद शिकार किया और सच के शिकार का रोना भी रो रहा। हर जगह नियुक्तियों में शिकारी अपना वीटो सेट कर रहा कथित पारदर्शिता के नाम पर, मगर खुद उसी कथित पारदर्शिता के लिए खुद की नियुक्ति में किसी दूसरे, तीसरे निकाय की दखल नहीं चाहिए।

@sandeep1175 नाम के एक यूजर ने कमेंट,’आज कल चीफ जस्टिस अपने पूरे शबाब पर है जलवा कायम रहे यही कामना है। @Barun_kunwar नाम के एक यूजर लिखते हैं कि ‘सच’ को भी अगर प्रचारित न किया जाए तो वह कुछ वक्त बाद ‘मिथ्या’ साबित हो जाती हैं।

@RavindraBishtUk नाम के एक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि झूठ का दौर चाहे कितना भी लंबा चले मगर सच को ज़िंदा रखने वाले लोग आते रहेंगे।

@aestheticayush6 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- सर अब बस आप ही आखिरी उम्मीद हो भारत को बचाने की, 1 साल बची है आपके कार्यकाल की… जाते जाते सब ठीक कर सकते हैं आप, गिरा दो तख्त जो भारत के संविधान को नुकसान पंहुचा रहे हैं उनके। @SaagarSolanki_ नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि बयान जिसे जानना जरूरी है।