नरेंद्र मोदी सरकार के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को लेकर कहा कि तिरंगा नहीं लगाने वाले भी देशभक्त हैं, तिरंगा लगाने से देशभक्ति साबित होगी क्या? इन्हीं तमाम विषयों पर हो रही चर्चा के बीच सपा सांसद के बयान पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया सफाई देने लगे तो एंकर चित्रा त्रिपाठी भड़क गईं।
एंकर ने उठाए ऐसे सवाल
‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘दंगल’ में हो रही डिबेट के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी ने सपा प्रवक्ता से सवाल किया कि आप अपने सांसद द्वारा दिए गए बयान पर जवाब देंगे या नहीं। सपा सांसद का पक्ष लेते हुए सपा प्रवक्ता ने जवाब में कहा, ‘उन्होंने ऐसा नहीं कहा है कि तिरंगा नहीं लगाना है।’ जिस पर एंकर सपा सांसद के बयान को दोहराने लगीं। एंकर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘भारत ने कहा कि यह हमारा मुल्क तो है लेकिन हम विपक्षी दल हैं।’
एंकर और सपा प्रवक्ता के बीच हुई तू-तू मैं-मैं
एंकर ने भड़कते हुए सपा प्रवक्ता से पूछा कि मुल्क तो है लेकिन वह विपक्षी दल में हैं, इसका क्या मतलब है? मैंने 10 बार उनका बयान सुना है। जिसके जवाब में सपा प्रवक्ता ने कहा आप यहां पर फालतू बात को मत दूसरी तरफ ले जाइए। सपा प्रवक्ता ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग तिरंगा को मुद्दा बना रहे हैं जबकि विपक्षी से नहीं मुद्दा बना रहा क्योंकि तिरंगा हमारे दिल में बसता है। इन्होंने तो 52 साल तक अपने दफ्तर में तिरंगा नहीं फहराया था।
एंकर ने पूछा – बीजेपी के तिरंगा यात्रा से आप डर तो नहीं गए हैं?
सपा प्रवक्ता द्वारा दिए गए जवाब पर एंकर ने सवाल किया कि अब तो भारतीय जनता पार्टी तिरंगा यात्रा निकाल रही है। आप लोग इस तिरंगा यात्रा से डर तो नहीं गए हैं? इस पर चीखते हुए सपा प्रवक्ता ने जवाब दिया कि तिरंगा तो हमारे दिलो में बसता है, घर पर तो लगाना ही चाहिए लेकिन भाजपाइयों को अपने दिल में भी तिरंगा लगाना चाहिए।
संबित पात्रा ने दिया ऐसा जवाब
टीवी डिबेट में मौजूद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सपा प्रवक्ता द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में कहा, ‘यह लोग तो सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर भी सवाल उठा रहे थे।’ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि यह तो अल जवाहरी के मरने पर कह रहे होंगे कि कौवा मारा गया है। इस पर आपत्ति जताते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि इस मुद्दे को कहीं और ले जा रहें हैं।