साइबर फ्रॉड दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। थोड़ी सी लापरवाही या गलती होने से लोगों को लाखों का चूना लग जा रहा है। हालांकि थोड़ी सी सतर्कता से आप ऐसे फ्रॉड से बच भी सकते हैं। अब फ्रॉड करने वाले गिरोह एक ऐसे टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं कि आपके पास उनपर शक करने का कोई चांस ही नहीं मिलेगा।
Coal India के पूर्व कर्मचारी को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया। अपराधियों ने फोन कर पूर्व कर्मचारी को बचपन का दोस्त बताया और कहा कि उनकी बहन की तबियत बहुत खराब है। उन्हें तुरंत मदद की जरूरत है। Coal इंडिया के पूर्व कर्मचारी ने मदद करने के लिए करीब 40 हजार रुपए दे दिए। बताया जा रहा है कि यह रकम गूगल प्ले स्टोर के जरिए ट्रांसफर की गई थी। कुछ समय बाद फिर फोन कर पैसे की मांग की तो उन्हें शक हो गया और पैसे देने से इंकार दिया।
Coal India के पूर्व कर्मचारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस जांच में जो कहानी निकलकर सामने आई, वह वाकई लोगों को सतर्क कर देने वाली है। पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने Deepfake तकनीक का उपयोग किया और पूर्व सरकारी कर्मचारी से दोस्त बनकर बात किया।
चार महीने की जांच पड़ताल के बाद कोझिकोड पुलिस ने गुजरात के मेहसाणा से एक आरोपी की गिरफ्तारी की, जिसने Deepfake के जरिए पूर्व कमर्चारी का दोस्त बनकर पैसे की मदद मांगी थी। Deepfake के जरिए अपराधी किसी व्यक्ति से मिलती जुलती आवाज, चेहरा बना लेते हैं और इसके बाद वह फोन पर बात करते हैं, इतना ही नहीं वह वीडियो भी बना लेते हैं। वीडियो और आवाज से आपको उन पर कोई शक नहीं होता और आप उनके झांसे में आ सकते हैं।
अगर आपको किसी ऐसे शख्स पर शक हो तो तुरंत कॉल कट कर दें। उसके चेहरे को ध्यान देखें, बैकग्राउंड और फ्रेम पर ध्यान दें। वहीं जो व्यक्ति आपको कॉल कर रहा है कि उसके फॉरहेड और गाल को ध्यान से देखें। जरा सा भी शक होने पर आप तुरंत किसी भी तरह की मदद से इंकार करते हुए बात करना बंद कर दें। अगर आपके साथ धोखाधड़ी हुई है तो तुरन्त पुलिस से संपर्क करें।
