Chandrayaan-3 Moon Mission Launch: 7 सितंबर, 2019 को पूरा देश चंद्रयान 2 के सफलतापूर्वक चांद की धरती पर उतरने का इंतजार कर रहा था। ISRO के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाने के लिए खुद प्रधानमंत्री श्री हरिकोटा पहुंचे हुए थे। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन आखिरी के कुछ पल में चंद्रयान से संपर्क टूट गया। खुद ISRO चीफ ने इसकी घोषणा की। इसके बाद जब पीएम मोदी भी वहां से रवाना हो रहे थे तो उन्हें विदा करने आये ISRO चीफ भावुक हो गये और पीएम मोदी के गले लग रोने लगे थे।
पीएम मोदी के गले लग रोने लगे थे ISRO चीफ
Chandrayaan-2 से संपर्क टूटने के बाद ISRO के वैज्ञानिकों के साथ ही देश के लोग भी निराश थे। पीएम मोदी को विदा करने पहुंचे ISRO चीफ के सिवन भी भावुक हो गए थे। उनकी आंखों में आंसू देख प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें गले लगा लिया। इसके बाद के सिवन अपना खुद पर काबू नहीं रख पाए और रो पड़े थे।
सोशल मीडिया पर फिर वायरल हो रहा 2019 का वीडियो
अब जब चन्द्रयान 3 के लांच की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और काउंटडाउन शुरू हो चुका है तो एक बार फिर साल 2019 का यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। लोग याद कर रहे हैं कि चंद्रयान 2 से संपर्क टूटने के बाद किस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया था।
पीएम मोदी ने बढ़ाया था वैज्ञानिकों का हौसला
चंद्रयान मिशन 2 फेल होने के बाद पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा, “मैं देख रहा था कि जब संपर्क टूट तो वैज्ञानिकों के चेहरे लटक गये थे लेकिन जो आप लोगों ने किया वो कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। पूरा देश आप पर गर्व कर रहा है। आपकी इस मेहनत ने बहुत कुछ सिखाया है।
पीएम मोदी ने विदा होने से पहले वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था, “साथियों, परिणाम अपनी जगह है, लेकिन मुझे और पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, आप सभी के प्रयासों पर गर्व है। मैंने आपसे रात में भी कहा था और अभी फिर से कह रहा हूं- मैं आपके साथ हूं, देश भी आपके साथ है।”
पीएम मोदी ने कहा- ‘हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा’
पीएम मोदी ने यह भी कहा है, “आज भले ही कुछ रुकावटें आई हों, कुछ बाधाएं हाथ लगी हों, लेकिन इससे हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा, बल्कि और मजबूत हुआ है। आज हमारे रास्ते में भले ही एक आखिरी कदम पर रुकावट आई हो, लेकिन इससे हम अपनी मंजिल के रास्ते से डिगे नहीं हैं।”
पीएम मोदी ने कहा था, “चंद्रयान के सफर का आखिरी पड़ाव भले ही आशा के अनुकूल नहीं रहा हो, लेकिन हमें ये भी याद रखना होगा कि चंद्रयान की यात्रा शानदार रही है, जानदार रही है। इस पूरे मिशन के दौरान देश अनेक बार आनंदित हुआ है, गर्व से भरा है। इस वक्त भी हमारा ऑर्बिटर पूरे शान से चंद्रमा के चक्कर लगा रहा है।”