भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने उत्तर प्रदेश पुलिस की चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि सूबे की पुलिस मामलों में तब कर कार्रवाई नहीं करती है, जब तक ऊपर से दबाव नहीं आता है। पुलिस बाद में सीनियर्स के कहने पर ही एक्शन लेती है। कैफ की यह टिप्पणी यूपी के उस मामले पर आई है, जिसमें 10वीं कक्षा के एक छात्र ने यूपी डीजीपी ओम प्रकाश सिंह के नाम का फर्जी टि्वटर अकाउंट बनाया था।
आरोपी छात्र ने इसके बाद गोरखपुर के एसएसपी को उसी फर्जी टि्वटर हैंडल से धोखाधड़ी के एक मामले में जल्द कार्रवाई करने का आदेश दिया था। पुलिस ने इस मामले में उस आरोपी छात्र और उसके साथ इस साजिश में शामिल दोस्तों को पकड़ लिया था। हालांकि, बाद में उन्हें समझाने और चेतावनी के बाद पुलिस ने छोड़ दिया था।
कैफ ने इसी बाबत मंगलवार (24 अप्रैल) को एक ट्वीट किया। लिखा, “किसी भी चीज की खोज जरूरत के कारण होती है। फर्जी प्रोफाइल बनाना सरासर गलत है। मगर यह दर्शाता है कि मिलने वाली शिकायतों पर पुलिस तभी एक्शन लेती है, जब उन्हें वरिष्ठों से आदेश मिलते हैं।”
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने अपने ट्वीट के साथ संबंधित मामले से जुड़ी खबर को भी शेयर किया था। यूपी डीजीपी के फर्जी टि्वटर अकाउंट बनाने के मामला महीने भर पहले तब सामने आया था, जब डीजीपी ने खुद इस बारे में हजरतगंज पुलिस से शिकायत की थी।
आपको बता दें कि कैफ सोशल मीडिया पर खासा सक्रिय रहते हैं। क्रिकेट हो या फिर निजी जिंदगी, वे समय-समय पर अपने फोटो और पोस्ट्स डालते रहते हैं। क्रिकेट दिग्गज इसी के साथ कई सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी राय जाहिर कर चुके हैं।
कैफ ने इससे पहले मार्च में एक फोटो शेयर किया था, जिसे काफी लोगों ने पसंद किया था। हालांकि, सोशल मीडिया पर एक धड़े ने उनके इस फोटो की आलोचना भी की थी। कैफ से इस फोटो में जिस कपड़े पर पैर रखा हुआ था, लोग उसी पर खफा हो गए थे। लोगों ने पूछा था कि क्या आपने मुसल्ले पर पैर रखा हुआ है?
