भारतीय टेस्ट क्रिकेटर दिलीप सरदेसाई की आज (आठ अगस्त) 78वीं जयंती है। क्रिकेट दिग्गजों से लेकर फैंस तक उन्हें याद कर रहे हैं। बेटे और वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी पिता की जयंती पर उन्हें याद किया। एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने पिता की क्रिकेट करियर और उनको लेकर अपने अनुभवों पर कमाल के किस्से सुनाए। बता दें कि साल 1970-71 में भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर थी। सीरीज में क्रिकेटर दिलीप सरदेसाई ने सबसे ज्यादा 642 रन बनाए थे।
साल 1961 में कानपुर टेस्ट से क्रिकेट खेलना करिअर की शुरुआत करने वाले ये दिलीप सरदेसाई ही थे, जिनकी वजह से टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को पहली बार हराया था। बेटे ने बताया, “एक बार जब मैं भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर था तब वहां एक सीआईएसएफ का जवान मेरे पास आया और उसने मुझसे कहा कि, सर मेरे साथ वीआईपी लॉन्ज में चलिए। मुझे लगा शायद उसने मुझे टीवी की वजह से पहचान लिया…लेकिन अगले ही पल उसने कहा, दिलीप सरदेसाई के बेटे हैं, दिलीप सरदेसाई 212 किंग्सटन।”
राजदीप के मुताबिक, “पिता द्वारा 44 साल पहले खेली गई इनिंग को लोगों ने याद रखा था यह वाकई मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण बात थी। यह मेरी बदकिस्मती है कि मैंने उन्हें टेस्ट मैच में बल्लेबाजी करते कभी नहीं देखा।” राजदीप ने ‘द क्विंट’ से इंटरव्यू के दौरान कहा कि साल 1962 में महज 21 साल की उम्र में उनके पिता वेस्टइंडीज गए थे।
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उस सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज नारी कॉन्ट्रेक्टर के सिर में तेज बॉल लगी थी। इसके बाद कोई भी बल्लेबाजी करने को तैयार नहीं था। उस वक्त मेरे पिता बल्लेबाजी के लिए जाने को तैयार हुए। उन्होंने न सिर्फ पारी की शुरुआत की बल्कि औसत पारी भी खेली।
आपको बता दें कि दिलीप सरदेसाई का जन्म 8 अगस्त 1940 को हुआ था। उन्होंने 1972 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था। दिलीप सरदेसाई का निधन 2 जुलाई 2007 को 66 वर्ष की उम्र में हुआ। सर्च इंजन गूगल ने भी अपना डूडल दिलीप सरदेसाई को समर्पित किया है।


