पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए गोवा में हैं। करीब 12 साल में भारत की यात्रा करने वाले वह पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री बन गए हैं। हालांकि जब उनकी मुलाकात भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से हुई तो उन्होंने दूर से ही नमस्‍ते कहकर स्वागत किया और बिना कुछ बोले, आगे जाने का इशारा कर दिया।

बिलावल भुट्टो का कुछ ऐसे हुआ स्वागत

गोवा के ताज एक्सोटिका रिसॉर्ट में आयोजित इस समारोह में पाकिस्तान के बिलावल भुट्टो जरदारी ने भाग तो लिया है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। यहां तक कि जब एस जयशंकर ने मीडिया के कैमरों के सामने भी बिलावल भुट्टो से ना तो बातचीत की और ना हाथ मिलाया। कहा जा रहा है कि दोनों ने सिर्फ ‘नमस्कार’ किया, इसके बाद भुट्टो को आगे बढ़ने का इशारा कर दिया गया।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि इस मुलाकात के दौरान एस जयशंकर को देखकर ऐसा लगता है कि वह अपनी हाथ की घड़ी को बचाने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं कि कहीं गायब ना हो जाए। रागिनी नाम की यूजर ने लिखा कि यहां तो हाथ भी नहीं मिलाया है, गजब बेइज्जती है यार।

@pahadi_mando यूजर ने लिखा कि सबसे शैतान बच्चे को साल पर पीटने के बाद मंच पर सबके सामने स्वागत करते कक्षा अध्यापक। @erdineshbhatt यूजर ने लिखा कि दिल से दिल मिलने की तमन्ना ही नहीं जब दिल में, हाथ से हाथ मिलाने की जरूरत क्या है? एक अन्य यूजर ने लिखा कि बिलावल भुट्टो ने महज 0.5 सेकंड के लिए कुछ बोलना चाहा और फिर एस जयशंकर ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

@Ravigrover12 यूजर ने लिखा कि हाथ नहीं मिलाना, सर्वोत्कृष्ट है! भारत के पास इस क्षमता का विदेश मंत्री पहले कभी नहीं था। @RDXThinksThat यूजर ने लिखा कि यह सोशल डिस्टेंसिंग ठीक भी है और जरूरी भी। एक अन्य यूजर ने लिखा कि आतंक फैलाने वाले देश के साथ इससे ज्यादा बेइज्जत और कैसे किया जा सकता है? एक अन्य यूजर ने लिखा कि शारीरिक हलचल ही सबकुछ बयान कर रहा है।