उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। अपनी पार्टी को जीत दर्ज कराने के लिए तमाम सियासी पार्टियां जोर आजमाइश करती नजर आ रही हैं। इसके साथ ही वार- पलटवार का दौर भी शुरू हो गया है। इन विषयों को लेकर एक न्यूज़ चैनल में डिबेट हो रही थी। जिसमें एंकर सुशांत सिन्हा ने AIMIM के नेता आदिल हसन से पूछा कि आपकी पार्टी केवल मुसलमानों को टिकट क्यों नहीं देती?
ददरअसल यह डिबेट समाचार चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में हो रही थी। जिसमें एंकर ने AIMIM के नेता से पूछा कि आप धर्म देखकर टिकट देते हैं फिर कहते हैं कि हम सेकुलर देश बनाएंगे? इस सवाल पर आदिल हसन ने कहा, ” हमारे प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हमेशा कहते हैं कि हम मुस्लिम वोट बैंक की बात नहीं करते हैं। हमने उन जातियों की बात की है जो पिछड़े और दलित हैं।”
एंकर ने पूछा – क्या इसका मतलब असदुद्दीन ओवैसी जो अपनी रैलियों में कहते हैं कि आप हमें वोट दीजिए क्योंकि हम आपके लिए खड़े हैं। वह हिंदुओं से कहते हैं कि आप मुसलमानों को बढ़ाने के लिए हमें वोट दो। आदिल हसन ने जवाब दिया, ” हमने बिहार विधानसभा चुनाव में 18 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जिसमें हमने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहां पर जा कर देखिए हमने सभी कम्युनिटी को टिकट दिया था।”
उनके इस जवाब पर सुशांत सिन्हा ने गुस्से भरे अंदाज में पूछा कि आप और जातियों को टिकट क्यों देते हैं। जब आप की ओर से कहा जाता है कि मुसलमानों का कोई प्रतिनिधि नहीं है तो केवल मुसलमानों को ही टिकट क्यों नहीं देते हैं? इसके पीछे का कारण बताते हुए आदिल हसन ने कहा कि हम इसलिए सभी को टिकट देते हैं क्योंकि हमारी पार्टी चाहती है कि सभी जातियों की भागीदारी हो।
इसके जवाब में सुशांत सिन्हा ने कहा कि आप दूसरी जातियों के लोगों को इसलिए टिकट देते हैं क्योंकि आपको पता है कि उस सीट पर मुसलमान जीतेगा नहीं। बता दें कि विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सभी पार्टियां धर्म और जाति के सहारे अपनी नैया पार लगाना चाहती हैं।