फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा 2014 के पहले की आजादी को भीख वाली आजादी बताए जाने के बाद से ही सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है। इसी विषय पर टाइम्स नाउ नवभारत चैनल पर डिबेट हो रही थी। एंकर सुशांत सिन्हा ने एनसीपी प्रवक्ता ब्रजमोहन श्रीवास्तव से पूछा कि सोशल मीडिया और राजनीतिज्ञों द्वारा कंगना के लिए जो कुछ भी कहा जा रहा है क्या वह सही है?

इस पर प्रवक्ता ने एंकर से प्रतिप्रश्न पूछा कि क्या आप कंगना के भीख वाले बयान से सहमत हैं? एंकर ने कहा कि वो भीख वाले शब्द से सहमत नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि उन पर एफआईआर की जाए या उनके चरित्र पर सवाल उठाए जाएं।

श्रीवास्तव ने कहा कि देश को एक लंबी लड़ाई के बाद आजादी मिली है। इसके लिए हमारे देश के हजारों लोगों ने बलिदान दिया था। एंकर ने पूछा, कंगना की मानसिक स्थिति पर सवाल किए जा रहे हैं क्या वह सही है तो एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि देश में सबको बोलने की आजादी है।

एनसीपी प्रवक्ता ने कहा, कंगना को इतिहास की जानकारी नहीं है इसलिए एक कार्यक्रम चलाया जाए, जिससे उनको तथ्यों की जानकारी मिल सके। एनसीपी प्रवक्ता ने अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के उत्सव के बारे में उनसे ही पूछना चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता शायना एनसी ने कहा कि कंगना के चरित्र पर जिस तरह से हमला किया जा रहा है, वो बहुत अफसोस जनक है।

उन्होंने कहा, मैं कंगना की प्रवक्ता नहीं हूं। लेकिन इस तरह किसी महिला पर टिप्पणी करना संवेदनहीनता है। गौरतलब है कि कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि 2014 के पहले जो इस देश को आजादी मिली थी वह भीख थी।