कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर आपत्तिजनक टिप्पणी की तो संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भड़क गईं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से माफी मांगने को कहा। इसके बाद से ही स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इस बीच एंकर अमिश देवगन स्मृति ईरानी को लेकर एक पोस्ट किया तो कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने तंज कसा।
एंकर ने कही यह बात
एंकर ने अपनी लाइव शो में कहा कि जब स्मृति ईरानी संसद में अपने कार्य का निर्वाहन कर रही थी तो उनके पिता बीमारी के चलते आईसीयू में थे। एक तरफ उनके पिता का इलाज चल रहा है, दूसरी तरफ वह अपना कार्य करने के लिए सदन में पहुंची थीं, क्योंकि सदन में उनको जनता ने भेजा है। अपने पिता को देखने के लिए वह शाम को गई। एंकर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, ‘इस बीच उनसे संसद में कहा गया कि डोंट टॉक टू मी।’
कांग्रेस नेता ने यूं कसा तंज
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि अमिश, ईश्वर से प्रार्थना है कि स्मृति ईरानी के पिता जी शीघ्र स्वस्थ हों। साथ ही एक प्रार्थना यह भी है कि ईश्वर आपको भी थोड़ा कलेजा दें। जिससे आप sold my Soul to silly souls के आगे भी कुछ करें, जिससे जनता देखें। कब तक आपका शो कोई और तय करेगा, थकते नहीं हैं आप? कभी जमीर की भी तो सुनिए।
लोगों के रिएक्शन
रोहित नाम के ट्विटर यूजर ने पूछा – अमिश देवगन जी बताइए क्या जनता ने सरकार को सदन में हंगामा खड़ा करने के लिए चुना है? अधीर रंजन चौधरी ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी है, उसके बाद भी हंगामा करना है क्योंकि असल मुद्दा जैसे महंगाई से ध्यान भटकाना है। हरमीत नाम की यूजर कमेंट करती हैं कि सुप्रिया जी, एक महिला होने के नाते आपने दूसरी एक महिला, जो आदिवासी समाज से उठकर राष्ट्रपति बनी है। उनके अपमान पर निंदा नहीं अपितु आप अधीर रंजन चौधरी को डिफेंड कर रही हैं? क्या ये उचित है?
स्मृति ईरानी ने संसद में कही थी ऐसी बात
लोकसभा में स्मृति ईरानी ने चिल्लाते हुए कहा था कि कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं। स्मृति ईरानी ने कहा था कि, ‘कांग्रेस ने सोनिया जी की अध्यक्षता में ये संस्कार और मूल्यविहीन एवं संविधान को चोट पहुंचाने वाला काम किया है। संसद में और सड़क पर कांग्रेस और उनके नेताओं को देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और देश से माफी मांगनी चाहिए।’