अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और बाबरी विध्वंस कांड में आरोपी रहे कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया था। जिसके बाद विश्वविद्यालय के परिसर में पोस्टर लगाकर वाइस चांसलर तारिक मंसूर के खिलाफ विरोध दर्ज किया गया। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय के कैंपस से पोस्टर हटा दिए गए। इसी मुद्दे पर एक न्यूज़ चैनल में डिबेट हो रही थी। जिसमें एंकर अमीश देवगन और पीस पार्टी के प्रवक्ता शदाब चौहान सावरकर का नाम लेकर एक दूसरे से भिड़ गए।
दरअसल यह डिबेट न्यूज़ 18 इंडिया के शो ‘आर – पार’ में हो रही थी। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुए इस प्रकरण पर एंकर ने पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान से एक सवाल पूछा। इसका जवाब देते हुए शादाब चौहान ने कहा कि, ‘ जब भी कोई जाता है तो उसके परिवार को दुख होता है, लेकिन यह अलग मसला है। उनकी सरकार में एक ऐसी आतंकवादी घटना हुई। जिसको उन्होंने कभी बुरा नहीं कहा।’ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में सावरकर को ‘वीर’ कहा जाता है और गोडसे का महिमामंडन किया जाता है।
उनकी इस बात पर एंकर अमीश देवगन ने भड़कते हुए कहा कि, ‘ सावरकर वीर थे… हैं… और रहेंगे। कट्टर सोच के लोग वीर सावरकर को कभी समझ नहीं सकते।’ उन्होंने कहा कि जिन लोगों को औरंगजेब से प्यार है, जिन लोगों को मोहम्मद गौरी हीरो लगता है, जिनको गजनबी हीरो लगता है, वे कभी वीर सावरकर को जान समझ नहीं सकते।
एंकर ने पीस पार्टी के प्रवक्ता से कहा कि कोई भी दुनिया की ताकत वीर सावरकर को आंक नहीं सकती। उन्होंने चिल्लाते हुए बोला कि वीर सावरकर के बारे में 3 लाइनें बताइए? इसके जवाब में पीस पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने अंग्रेजों से वेतन लिया, उनसे 6 बार माफ़ी मांगी। उन्होंने सावरकर को अंग्रेजों का एजेंट बताया।
न्यूज़ 18 इंडिया के इस डिबेट पर तमाम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि शादाब कह दो आतंकी अफजल जी हम शर्मिंदा हैं, यह कहने वालों पर आपत्ति की थी? तब तो खुशी हो रही थी? @vipinmmi टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि इस पगले को अफगानिस्तान भेज दो प्लीज, यह भारत में सहन नहीं हो रहा है।
