पाकिस्तान के मौलाना अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी का एक वीडियो पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें मौलाना अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी ने पाकिस्तान के वर्तनाम प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सिंध में होली मिलन कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर विवादित टिप्पणी की है। इस वीडियो में मौलाना अल्लामा खादिम ने नवाज शरीफ के उस बयान का विरोध किया है जिसमें नवाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान व इस्लाम में काफिरों का धर्म परिवर्तन कराना अपराध है, और पाकिस्तान में सभी धर्मों के साथ हमें अच्छे सम्बन्ध बनाने चाहिये। नवाज शरीफ के इस बयान से मौलाना खाशे नाराज नजर आए। मौलाना ने ना सिर्फ नवाज शरीफ पर कमेंट किया बल्कि हिंदुओं पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणई की। एक सभा में मौलना ने कहा कि “काफिरों से हमें सम्बन्ध बनाने के लिए उतना ही मजबूर होना चाहिए जितना कि हमें लैट्रीन जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है, और काफिरों में आमतौर पे हिन्दुओं से अच्छे सम्बन्ध रखना मतलब लैट्रीन में जाने के बाद कस्तूरी को सूंघना है। अल्लाह ने पहले ही तय कर दिया है कि किसको जन्नत नसीब होगी और कौन दोजख में जायेगा।”
पाकिस्तान में आयोजित किये गये एक होली कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक तरफ हिन्दूओं को होली पर्व की बधाई दी थी वहीं दूसरी तरफ सामूहिक रुप से अल्पसंख्यकों को सम्बोधित करते हुए कहा था कि जबरन धर्म परिवर्तन कराना पाकिस्तान व इस्लाम में अपराध है और हमें इसके विरोध में आकर अल्पसंख्यकों की व उनके पूजा स्थलों की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि किसी भी गैर मुस्लिम का धर्म परिवर्तन कराने से हमें जन्नत नसीब नही होने वाली है।” पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से अल्पसंख्यक हिंदुओं को लेकर उदारवादी रवैया अपनाने की कोशिश देखने को मिल रही है। पिछले दिनों हिंदु मैरिज एक्ट का पास कराया गया तो वहीं होली दिवाली जैसों त्यौहारों में राजनेताओं भी शामिल हुए।