साल 2002 के गुजरात दंगों के मामले में एसआईटी ने हलफनामे में अहमद पटेल का जिक्र होने के बाद एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। SIT के हलफनामे में दावा किया गया है कि अहमद पटेल ने तब की भाजपा सरकार को गिराने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को तीस लाख रुपये दिए थे। इस आरोप के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा भड़क गये और उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसा है। 

पवन खेड़ा ने कहा कि ‘अहमद पटेल, सोनिया जी ये सब एक बहाना हैं, असली मकसद तो चुनाव पर निशाना है। जब मोदी मुख्यमंत्री थे, तब का पैटर्न भी देखें तो आपको पता चलेगा कि चुनाव से पहले एक षड़यंत्र दिखाते थे कि नरेंद्र मोदी को खतरा है, उनके खिलाफ साजिश हो रही है, तब मुख्यमंत्री थे। अब पीएम हो गये हैं तो अब कहेंगे कि पूरा विश्व उनके खिलाफ साजिश रच रहा है।

पवन खेड़ा ने कहा कि ‘अब पीएम बन गये हैं तो हमने सोचा कि काम के दम पर वोट मांगेंगे लेकिन वो ये कर नहीं पा रहे हैं, पिछले दिनों में गुजरात गया था तो वहां की सड़कें मैंने देखी, यकीन मानिए कि वहां की सड़कें देखकर बिहार की सड़कें पसदं आ जाएंगी। 28 साल से भाजपा की वहां सरकार है और असलियत सामने आने पर साजिश का खेल खेल रहे हैं।’

कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने कहा कि ‘ये ना निंदा सुन सकते हैं, ना जवाब दे सकते हैं और ना तो पत्रकारों से सवाल ले सकते हैं। जितने भी नाम मोदी जी के पर्यायवाची नाम थे सब असंसदीय घोषित हो गये हैं। अंसारी जी, अहमद पटेल जी, दीपक कपूर जी और मनमोहन सिंह जी भी इनके खिलाफ साजिश रच रहे थे, बताइये।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं: राजेंद्र कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मतलब कि आप ने मान लिया है कि उन्होंने मुद्दे बना लिए हैं और आप ने एक बार फिर से गुजरात में हारना निश्चित समझ लिया है।’ रमेश कुमार सक्सेना ने लिखा कि ‘जैसे गुजरात में कांग्रेस चुनाव जीत रही है? कांग्रेस के संगठन में विवाद है कैसे चुनाव जीतेंगे ?‌ गुजरात में बीजेपी सबसे ज्यादा मज़बूत है।’

राजेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप क्यों रिस्पोंस करते हो ऐसे मुद्दों पर बीजेपी ऐसे ही करती है ताकि चुनाव असल मुद्दों पर ना होकर फालतू के मुद्दों पर हो! आप भाव क्यों देते हो बीजेपी वालोंं को आप सिर्फ असल मुद्दों पर चुनाव लड़ें।’ विश्वजीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप लोग ऐसा काण्ड करते क्यों हो कि बीजेपी को बहाना मिल जाता है?’