बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम के बाद अब अभिनेत्री और गायिका सुचित्रा कृष्णमूर्ति द्वारा अज़ान को लेकर टिप्पणी की गई है। इस टिप्पणी के बाद समाजवादी पार्टी ने सुचित्रा का जमकर मजाकर उड़ाया है। सोमवार को एएनआई से बातचीत के दौरान पार्टी नेता जूही सिंह ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि ये कैसे लोग हैं जिन्हें अज़ान की आवाज़ परेशान करती है। अज़ान से तो मन को शांति मिलती है फिर ये लोगों कैसे अज़ान के बारे में ऐसी बात बोल सकते है। ऐसे लोगों को प्रार्थना से जैसे ज्यादा अपनी नींद प्यारी है। रविवार (23 जुलाई) को सुचित्रा ने सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर अज़ान को लेकर टिप्पणी की थी। जूही के अलावा कई ट्विटर यूजर्स ने भी सुचित्रा के अज़ान को लेकर किए गए ट्वीट की काफी निंदा की है।
गायिका ने लिखा था सुबह 4.45 पर घर पहुंची हूं और अज़ान की आवाज़ से मेरे कान फट रहे है। इससे ज्यादा बेवकूफू तो कोई हो ही नहीं सकती है जिसमें किसी पर जबरदस्ती कट्टर तरीके से धार्मिकता थोपी जाती है। गायिका सुचित्रा ने अपने एक बयान में कहा कि मैं सुबह ब्रहममुहुर्त में अपने अनुसार उठती हूं और अपने तरीके से पूजा-पाठ करती हूं। इसके साथी ही सुचित्रा ने कहा कि मैं सुबह रियाज़ और योगा भी करती हूं इसलिए मुझे किसी भी तरह के सार्वजनिक लाउडस्पीकर की जरूरत नहीं है जो कि मुझे मेरे भगवान और कृतव्य के बारे में बताए। अन्य समय में अज़ान को लेकर किसी को कोई परेशानी नहीं है लेकिन सुबह उठते समय अज़ान सुनना असभ्य है।
came home at 4.45 am 2 most aggressive/ ear shattering call of azaan. Nothing more lowlife & dumb than such extreme imposed religiousity
— Suchitra (@suchitrak) July 23, 2017
Nice way to get publicity !! Isnt it ???
— tn00x (@tn00x) July 23, 2017
Azan is most melodious sound in world
— નિમેષચંદ્ર (@nimeshchandra) July 23, 2017
Azaan is symbol of Islamic supremacy ans taunting non Muslims saying there is no God other than Allah.. Take that you infidels
— Anti-Liberal (@Frustitute) July 23, 2017
Mam, is this for some missing limelight. Basically this issue was raised by Sonu Nigam & that time your no support for him..??
— I_Demand_Explanation (@LiiTLLe) July 23, 2017
बता दें कि सुचित्रा से पहले सोनू निगम ने 17 अप्रैल को अपने ट्वीट्स में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के प्रयोग को ‘गुंडागर्दी’ करार दिया था। उन्होंने ट्वीट्स में कहा, ”ईश्वर सबका भला करे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुझे सुबह अज़ान के चलते उठना पड़ता है। भारत में यह जबरन धार्मिकता कब खत्म होगी? जब मोहम्मद ने इस्लाम बनाया तब बिजली नहीं थी। एडिसन के बाद भी मुझे यह शोर क्यों सुनना पड़ता है? मैं किसी मंदिर या गुरुद्वारे द्वारा उन लोगों को जगाने के लिए बिजली के उपयोग को जायज नहीं मानता जो धर्म पर नहीं चलते। फिर क्यों? ईमानदारी? सच्चाई? गुंडागर्दी है बस।” सोनू के इन ट्वीट्स पर विवाद हो गया। मुस्लिम समुदाय के कई नेताओं के सोनू के बयान की कड़ी निंदा की थी।

