पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले में तेलंगाना में बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को भाजपा ने सस्पेंड कर दिया है। राजा सिंह के बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है। इस विषय पर एक टीवी चैनल से बात कर रहे हैं असदुद्दीन ओवैसी से एंकर अंजना ओम कश्यप ने पूछा कि राजा सिंह को सस्पेंड किए जाने के बाद आप बीजेपी की तारीफ करेंगे। जिसका उन्होंने जवाब दिया।
ओवैसी से एंकर ने किए ऐसे सवाल
एंकर ने इंटरव्यू के दौरान ओवैसी से पूछा कि बीजेपी ने राजा सिंह को सस्पेंड कर दिया है, अब आप बीजेपी की तारीफ करेंगे? इसके जवाब में ओवैसी ने कहा कि दो समंदर के किनारे कभी एक नहीं हो सकते हैं, जब जनता बीजेपी के लोगों को एक्सपोज करती है तो इसी तरह के काम करते हैं। ओवैसी ने राष्ट्रीय संघ सेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि ये तो गांधी के हत्यारों पर कहने लगे थे कि उनसे हमारा कोई ताल्लुक नहीं है, इतिहास में भी इन्होंने इसी तरह के काम किए हैं।
‘सर तन से जुदा’ वाला नारा नहीं लगेगा?
ओवैसी द्वारा दिए गए जवाब पर एंकर ने कहा कि आप हर मुद्दे पर चिंता जाहिर करते हैं, ऐसे में आप कहिए कि हिंदुस्तान में ‘सर तन से जुदा’ वाला नारा नहीं दिया जाना चाहिए। इस पर ओवैसी की ओर से कहा गया कि मैं प्रदर्शन करने वाले लोगों से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि वह अपनी बातों को रखें लेकिन हिंसा ना करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हैदराबाद के लोगों को ध्यान देना चाहिए कि यहां कभी भी कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है।
ओवैसी के बयान पर लोगों के रिएक्शन
प्रदीप सौरभ नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं कि सर तन से जुदा वाले नारे पर ओवैसी ने कुछ नहीं कहा, इसका मतलब मौन समर्थन। रोहित सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि सर तन से जुदा का खुलकर विरोध क्यों नहीं करते हैं? साजिद नाम के यूजर द्वारा लिखा गया, ‘ देश में भाईचारा बचाना है तो आग की तरह बयान देने वाले लोगों को सबक सिखाना होगा, जब इन्हें कानून कड़ी कार्रवाई के तहत जेल भेजेगा तो सबको समझ में आ जाएगा।
बीजेपी विधायक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है। मोहम्मद पैगंबर पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद से ही लोग काफी नाराज थे। जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने हाल में ही एक वीडियो अपलोड किया था। जिसमें उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके बयान के बाद से ही प्रदर्शनकारी उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे।