उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड मसले पर केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि ऐसी घटना को शब्दों में बयां नहीं की जा सकता। ऐसा अपराध बेहद जघन्य है लेकिन इससे हैरान नहीं हूं क्योंकि मदरसों में नफरत फैलाने का पाठ पढ़ाया जाता है। इन्हीं तमाम विषयों पर एक न्यूज़ चैनल से बात कर रहे आरिफ मोहम्मद खान से उदयपुर घटना की मुख्य वजह पूछी गई। जिसका उन्होंने जवाब दिया।

दरअसल, आरिफ मोहम्मद खान ‘आज तक’ न्यूज़ चैनल से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप ने आरिफ मोहम्मद खान से पूछा, ‘ उदयपुर जैसी घटना होने की मुख्य वजह क्या है?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इस तरह के जघन्य अपराध के बाद सामान्य तौर पर अपराधी के चेहरे पर एक गलती का भाव देखते हैं लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं देखने को मिला। इस घटना को देखकर लगता है कि इंसानियत नाम की चीज इन लोगों में थी ही नहीं।

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मुझे इस घटना के बाद कोई हैरत नहीं है क्योंकि मैंने पहली बार ही यह मामला 2008 में उठाया था। उन्होंने मदरसे का जिक्र करते हुए कहा कि इस विषय में मैंने देवबंद को पत्र लिखते हुए कहा था कि आप लोग बच्चों को गलत पढ़ा रहे हैं। आरिफ मोहम्मद खान ने बताया कि उन्होंने देवबंद से कहा था कि इस तरह की चीजें पढ़ने के बाद बच्चे सांप्रदायिकता बढ़ाएंगे।

आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारत हर चीजों को स्वीकार करने वाली संस्कृति पर विश्वास करता है। यहां पर हिंदू धर्म की कई मान्यताओं पर सवाल उठाया गया है लेकिन कभी किसी ने पत्थर नहीं उठाया। धार्मिक कट्टरता को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केरल के उपराज्यपाल ने कहा, ‘ यह सवाल लोगों को अधिक परेशान करना चाहिए कि एक लोकतांत्रिक और स्वतंत्र देश में इस बात की इजाजत कैसे हो सकती है कि किसी विद्यालय में 5 से 6 साल के बच्चे को धार्मिक उन्माद से संबंधित चीजें पढ़ाई जाएं।

जहां शरीयत लागू हो वहां चले जाएं : केरल के उपराज्यपाल ने हाल में ही कहा है कि जिन लोगों को लगता है कि अगर आप बदलाव की बात करते हैं तो समय के साथ बदलाव जरूरी है। अगर आप शरीयत की बात करते हैं, जो इस देश का कानून नहीं है। उसके कारण आप किसी भी मासूम की गर्दन काट दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि फिर शरीयत की इस बात पर भी गौर कीजिए जिसमें लिखा गया है, जिस देश में शरीयत लागू नहीं है। वहां पर मत रहिए।