सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है।  इससे पहले भी ये वीडियो दो बार वायरल हो चुका है। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि हर बार इस वीडियो के बारे में अलग-अलग बातें लिख कर शेयर की गईं। एक बार इस वीडियो पर लिखा गया कि बिहार के नवादा में मुसलमानों ने एक हिंदू को उतारा मौत के घाट। दूसरी बार इस वीडियो के बारे में लिखा गया कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों द्वारा एक हिंदू शख्स का कत्ल। तीसरी बार भी इसी वीडियो को वायरल किया गया और इसके बारे में लिखा गया कि कश्मीरी छात्रों द्वारा सीआरपीएफ जवान का कत्ल। आपको बता दें कि जिस वीडियो को भारत का बता कर बार-बार वायरल किया जा रहा है ये वीडियो भारत का है ही नहीं। दरअसल सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया – ‘अभी अभी मरे एक मित्र ने वीडियो सेंड की है जो श्रीनगर में पड़ता है। ये आज की वीडियो है ।कृपया इसे किसी न्यूज़ चैनल तक पहुंचआ दे। कश्मीरी स्टूडेंट CRPF जवान को मार रहे है। दोस्तों ईनसानीयत के नाते आपसे हाथ जोड़कर विनती है की यह विड़ीयो ज्यादा से ज्यादा गृपो में भेजना है। कल शाम तक हर एक नयुज चैनल पे आना चाहीऐ।’

फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट।

इस वीडियो को जमकर शेयर भी किया गया। दूसरे यूजर्स भी इस वीडियो को अपने वॉल पर शेयर करते हुए यही लिख रहे हैं कि मेरे कश्मीर के मित्र ने मुझे ये वीडियो भेजा।

फेसबुक पोस्ट के स्क्रीनशॉट।

ये वीडियो यूट्यूब पर भी इन्हीं लाइनों के साथ अलग-अलग लोगों द्वारा अपलोड किया गया है।

यू ट्यूब पर अपलोड किये गए वीडियो के स्क्रीनशॉट।

इस वीडियो की हकीकत वो नहीं है जो सोशल मीडिया पर बताई जा रही है। दरअसल ये वीडियो बांगला देश का है। 1 अप्रैल 2017 को आवामी लीग के नेता मोनीर हुसैन के मर्डर के दो आरोपियों अबू सैयद और मोहम्मद अली पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में अबू सैयद की मौत हो गई जबकि मोहम्मद अली गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना को बांग्लादेश के अखबारों ने प्रकाशित भी किया।

बांग्लादेश के अखबार का स्क्रीनशॉट।

इस पूरी घटना का वीडियो 2 अप्रैल को एक बांग्लादेशी नागरिक ने यू ट्यूब पर अपलोड किया था। इसी वीडियो को बारत का बताकर कई बार नफरत फैलाने की कोशिश की गई।