Zoho ने एक नया मैसेजिंग और कॉलिंग ऐप Arattai लॉन्च किया है जो सभी के लिए मुफ्त है है। इसे WhatsApp का भारतीय विकल्प माना जा रहा है। दावा है कि Arattai लो-एंड स्मार्टफोन्स और धीमे नेटवर्क पर भी अच्छे से काम करता है।
इस नए मैसेजिंग ऐप में वॉइस और टेक्स्ट मैसेजिंग, इमेज और डॉक्युमेंट शेयरिंग, ऑडियो और वीडियो कॉल व 1000 मेंबर्स तक के साथ ग्रुप चैट जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा इस ऐप में ऑर्गनाइज्ड कम्युनिकेशन के लिए अलग से चैनल भी मौजूद हैं। Arattai का अर्थ तमिल में ‘आम बातचीत यानी कैजुअल कन्वर्सेशन’ है जो यह दिखाता है कि इस ऐप का मकसद सामान्य और अनौपचारिक चैटिंग ऑफर करना है।
ज़ोहो ने कड़ी प्राइवेसी पॉलिसी का हवाला देते हुए यूजर्स को भरोसा दिलाया है कि उनके डेटा को किसी थर्ड पार्टी के साथ शेयर नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि अभी दुनियाभर में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप का दबदबा है और दुनियाभ में अरबों लोग Meta के मालिकाना हक वाले इस ऐप को टेक्स्ट, वॉइस और वीडियो कॉल के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। व्हाट्सऐप पर 1024 तक सदस्यों के साथ ग्रुप चैट की जा सकती है और मैसेज सिक्यॉर रखने के लिए इसमें एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन भी है। व्हाट्सऐप का फोकस प्राइवेसी पॉलिसी पर है और यही वजह है कि दुनियाभर में इसके लॉयल यूजर्स की बड़ी संख्या है।
हम आपको बता रहे हैं भारत में लॉन्च हुए नए Arattai ऐप के कुछ खास फीचर्स के बारे में…
प्लेटफॉर्म कम्पैटिबिलिटी और परफॉर्मेस
Arattai को लो-एंड स्मार्टफोन्स और धीमे इंटरनेट नेटवर्क वाले जगहों में सुचारू रूप से चलाने के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है जिससे यह सीमित कनेक्टिविटी या पुराने डिवाइस वाले यूजर्स के लिए एक व्यावहारिक विकल्प बनता है। इसका लाइटवेट डिज़ाइन कम से कम डेटा खपत को सुनिश्चित करता है जबकि बुनियादी कार्यक्षमताओं में कोई समझौता नहीं होता।
वहीं WhatsApp Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर कम्पैटिबल है। लेकिन इसके लिए सामान्यतः ज्यादा संसाधनों की आवश्यकता होती है जो कभी-कभी एंट्री-लेवल डिवाइस या लो-बैंडविड्थ नेटवर्क पर परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकती है।
मेसैजिंग और कम्युनिकेशन फीचर्स
व्हाट्सऐप और Arattai- दोनों ही ऐप्लिकेशंस में स्टैंडर्ड मेसैजिंग कैपेबिलिटी मिलती है। इनमें टेक्स्ट चैट, वॉइस नोट्स और मल्टीमीडिशे शेयरिंग जैसे इमेज, वीडियो और डॉक्युमेंट्स शामिल हैं। व्हाट्सऐप में वॉइस और वीडियो कॉल में एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन सपोर्ट मिलता है। वहीं ग्रुप चैट में 1024 तक मेंबर शामिल किए जा सकते हैं और disappearing messages व स्टेटस अपडेट जैसे फीचर्स भी व्हाट्सऐप में मिलते हैं।
वहीं बात करें Arattai की तो इसमें 1000 मेंबर्स तक के साथ ग्रुप चैट संभव है और बड़े स्तर पर कम्युनिकेशन के लिए अलग चैनल का विकल्प भी है। बता दें कि ज़ोहो ने इस फीचर्स को खासतौर पर बड़ी कम्युनिटीज और ऑर्गनाइजेशन के लिए डिजाइन किया है।
प्राइवेसी और सिक्यॉरिटी
दोनों प्लेटफॉर्म के लिए प्राइवेसी सबसे ज्यादा जरूरी है। व्हाट्सऐप को अपने एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन के लिए जाना जाता है ताकि मैसेज, कॉल, फोटोज और वीडियो उन्ही यूजर्स के पास रहें जिनके बीच बातचीत चल रही है। यह इनक्रिप्शन ऑटोमैटिक है और इसे डिसेबल नहीं किया जा सकता है।
Zoho Arattai प्राइवेसी को प्राथमिकता देता है और यूजर डेटा को थर्ड-पार्टी के साथ साझा न करने का वादा करता है। यह चैट्स की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय (security measures) भी लागू करता है। हालांकि अभी इसने एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन के बारे में व्हाट्सऐप जितने विस्तार से जानकारी नहीं दी है।