WhatsApp को भारत समेत दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। Meta के मालिकाना हक वाला यह सबसे ज्यादा पॉप्युलर इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है जिसे देश में 400 मिलियन से ज्यादा ऐक्टिव यूजर्स इस्तेमाल करते हैं। अभी व्हाट्सऐप पूरी तरह से फ्री है और ऑनलाइन कई सारे Clone ऐप्स हैं जो व्हाट्सऐप की तरह हूबहू दिखते हैं। इन क्लोन ऐप में उन फीचर्स को भी ऑफर किया जाता है जो अभी व्हाट्सऐप में मौजूद नहीं हैं।
अभी एक ऐसे ही ऐप को लेकर खबर सामने आई है और इसका नाम है GB WhatsApp. इस थर्ड पार्टी क्लोन व्हाट्सऐप ऐप को लेकर खबर है कि यह भारतीय यूजर्स की जासूसी कर रहा है।
cybersecurity research firm, ESET के हवाले से The Hindu Businessline की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत उन देशों में से एक है जहां सबसे ज्यादा ऐंड्रॉयड ट्रॉजन की पहचान की गई है। GB WhatsApp गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद नहीं है लेकिन इसे APOK फाइल के जरिए इंस्टॉल किया जा सकता है।
GB WhatsApp Clone App
GB WhatsApp ऐप को भारतीय यूजर्स की चैट की जासूस करते पकड़ा गया था। क्लोन ऐप में अतिरिक्त फीचर्स के साथ वो सारे फीचर्स मिलते हैं जो व्हाट्सऐप में मौजूद हैं। यही कारण है कि जिन यूजर्स ने इस ऐप को डाउनलोड कर लिया है, उनकी जासूसी हो रही है। इस ऐप में मैलवेयर फाइल होने की खबरें हैं जिससे यूजर्स को पता चले बिना ही ऑडियो और वीडियो डाउनलोड हो सकती है। यह ऐप डिवाइस में हो रही दूसरी ऐक्टिविटी को भी जासूसी करता है।
गौर करने वाली बात है कि व्हाट्सऐप ऐसे यूजर्स को बैन कर रहा है जो सपोर्ट ना होने वाले ऐप पर अकाउंट यूज कर रहे हैं। जून में कंपनी ने ऐलान किया था कि कंपनी ने खराब बिहेवियर के चलते 16.6 लाख यूजर अकाउंट बैन कर दिए थे।
Malware से कैसे बचें
अगर आप उन यूजर में शामिल हैं जो अपने डेटा और प्राइवेसी को लेकर सजग रहते हैं तो बेहतर है कि थर्ड-पार्टी clone ऐप्स का इस्तेमाल ना करें। हमारी सलाह है कि Google Play Store से सिर्फ ऑफिशल ऐप्स ही डाउनलोड और इंस्टॉल करें। थर्ड पार्टी ऐप्स में आपको कुछ अतिरिक्त फीचर्स जरूर मिल जाएंगे लेकिन इससे आपकी प्राइवेसी का खतरा होता है और आपकी जासूसी की उम्मीद भी रहती है।
अगर आपको भी लगता है कि आपके फोन या डेटा से छेड़खानी हुई है तो सबसे बेहतर है कि अपनी डिवाइस को रीसेट करें और ऑफिशल सोर्स से दोबारा ऐप्स को डाउनलोड कर लें।