DeepSeek-एक ऐसा शब्द जिसने दो दिनों से इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है। चीन के एक स्टार्टअप ने इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) असिस्टेंट ने अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनियों- Google, Meta और OpenAI की नींद उड़ा दी है। सोशल मीडिया पर DeepSeek-V3 AI मॉडल को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लॉन्च होने के साथ ही यूएस में ऐप्पल ऐप स्टोर (App Store) पर इसने पॉप्युलर एआई टूल ChatGPT को पीछे छोड़ दिया और नंबर 1 पर कब्जा कर लिया। चारों तरफ इस AI चैटबॉट की चर्चा है। DeepSeek का सबसे ज्यादा असर दिग्गज यूएस टेक कंपनी Nvidia पर सबसे ज्यादा देखने को मिला और इसके शेयर सोमवार को 17 प्रतिशत तक गिर गए। समूचे अमेरिकी टेक सेक्टर की कंपनियों की नींद इस एक स्टार्टअप के एआई असिस्टेंट ने उड़ा दी है।
आज हम बात करेंगे डीपसीक के बारे में। अगर आपको अभी तक इस बारे में जानकारी नहीं है तो टेंशन मत लीजिए, हम आपको बताएंगे डीपसीक के बारे में हर डिटेल। डीपसीक ओपन-सोर्स असिस्टेंट है और दुनियाभर के डिवेलपर्स के इस्तेमाल करने के लिए मुफ्त में उपलब्ध है। आखिर क्या है मात्र एक सप्ताह पहले लॉन्च हुआ वो AI असिस्टेंट जिसने दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के पसीने छुड़ा दिए हैं और इंटरनेट पर सनसनी मचा दी है। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर आप कैसे DeepSeek को डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं।
डीपसीक क्या है: What is DeepSeek?
डीपसीक एक AI चैटबॉट है जिसे चीन के हांगझू की टेक कंपनी ने बनाया है। यह शहर चीन के दक्षिणपूर्व हिस्से में स्थित है। कंपनी की स्थापना लियान वेनफेंग ने की थी। सरल भाषा में इस तरह समझिए कि अमेरिका की OpenAI के ChatGPT को चीन के इस स्टार्टअप द्वारा बनाए गए एआई असिस्टेंट DeepSeek ने सीधी टक्कर दे दी है।
डीपसीक को लेकर जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा है वो है कि इसे बनाने में आई लागत, अमेरिकी कंपनियों द्वारा डिवेलप किए गए AI Assistant की तुलना में बेहद कम है। रिसर्चर्स के मुताबिक, DeepSeek को बनाने में सिर्फ 6 मिलियन डॉलर का खर्च आया जो अमेरिकी कंपनियों द्वारा AI में निवेश किए गए पैसे का नाममात्र है।
अभी DeepSeek के दो मॉडल्स- R1 और R1 Zero उपलब्ध हैं। अभी यूजर्स के लिए R1 मॉडल उपलब्ध है। एक और खास बात जिसने यूजर्स का ध्यान DeepSeek की तरफ खींचा, वो है कि यह एआई असिस्टेंट अभी इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से मुफ्त है। यानी कोई भी बिना कोई पैसा खर्च किए इस चैटबॉट को एक्सेस कर सकता है। दूसरे AI असिस्टेंट से अलग, मुफ्त रहने पर भी इसे अनलिमिटेड इस्तेमाल किया जा सकता है यानी कई सवाल पूछने के बाद भी आपको ChatGPT की तरह ‘your free limits are over’ जैसा मैसेज नहीं मिलेगा।
गौर करने वाली बात है कि बिना सब्सक्रिप्शन ChatGPT यूज करने पर यूजर को 5-घंटे की विंडो में लिमिटेड सवाल पूछने की इजाजत ही होती है।
आपको बता दें कि DeepSeek को ऐप स्टोर पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके अलावा chat.deepseek.com टाइप करके भी आप इस चैटबॉट को एक्सेस कर सकते हैं।
DeepSeek डाउनलोड कैसे करें: How to Download DeepSeek?
डीपसीक इस्तेमाल करने के लिए आपको इसे अपने iPhone पर डाउनलोड करना होगा। आप चाहें तो वेब पर भी इसे एक्सेस कर सकते हैं।
-डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले App Store पर जाएं
-इसके बाद सर्च बार में DeepSeek टाइप करें
-फिर जब स्क्रीन पर ऐप दिखे तो Get बटन पर क्लिक करें
वेब पर डीपसीक ऐसे करें इस्तेमाल
-सबसे पहले अपने ब्राउजर में chat.deepseek.com टाइप करें
-इसके बाद आपसे लॉगइन करने को कहा जाएगा। आप अपनी गूगल आईडी और पासवर्ड एंटर करके लॉगइन कर सकते हैं।
-DeepSeek का इंटरफेस भी ChatGPT की तरह दिखता है, आपको बस डायलॉग बॉक्स में अपना सवाल टाइप करना करना होगा और फिर AI -चैटबॉट द्वारा जवाब देने के लिए इंतजार करना होगा।
स्मार्ट और किफायती इनोवेशन
डीपसीक-वी3 इसलिए भी शानदार है क्योंकि यह दूसरे AI मॉडल्स की तरह ही परफॉर्म करता है, लेकिन इसे बनाने में काफी कम पैसे खर्च हुए हैं। चीन पर लगे एडवांस्ड हार्डवेयर प्रतिबंधों के चलते भी यह महत्वपूर्ण है। आमतौर पर कॉम्पिटिटिव AI सिस्टम को बनाने में अरबों डॉलर की जरूरत होती है और डीपसीक की सफलता यह दिखाती है कि क्रिएटिव अप्रोच के साथ लिमिटेड बजट में भी पावरफुल AI मॉडल बनाना संभव है। हालांकि, सबसे बड़ा फैक्ट यह है कि DeepSeek-V3 एक ओपन-सोर्स है जिसका मतलब है कि दुनियाभर में डिवेलपर्स इसे एक्सेस कर सकते हैं, उन जगहों पर भी जहां महंगे AI टूल में निवेश के लिए पैसे बहुत कम हैं।
यूएस के प्रतिबंधों को मुंहतोड़ जवाब
DeepSeek-V3 का लॉन्च काफी महत्वपूर्ण है। यूएस लंबे वक्त से उन मुख्य AI चिप के एक्सेस को रोकने के लिए चीन पर प्रतिबंध लगाता रहा है जिनकी जरूरत बड़े AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए होती है। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य चीन को AI में तेजी से आगे बढ़ने से रोकना था, लेकिन DeepSeek की सफलता दिखाती है कि इन प्रतिबंधों ने यूएस की उम्मीदों के मुताबिक काम नहीं किया। महंगे हार्डवेयर पर भरोसा करने की जगह, डीपसीक के इंजीनियर् ने मौजूदा टेक्नोलॉजी को ज्यादा क्षमतावान बनाने के नए तरीके खोजे और चीनी टेक इंडस्ट्री को इस बात पर सोचने पर मजबूर कर दिया कि AI सिस्टम कैसे काम करता है।