बीते सालों के दौरान तकनीक में काफी बदलाव आए हैं। दूरसंचार तकनीक की बात करें तो पहले 2जी तकनीक आयी। इसके बाद रिलायंस जियो ने टेलीकॉम क्षेत्र में आने के साथ ही VoLTE या वाइस ऑवर LTE तकनीक की शुरुआत की। अब जल्द ही वॉइस ओवर वाई-फाई तकनीक का आगाज होने वाला है। जैसा कि नाम से ही प्रतीत हो रहा है इस तकनीक में कॉलिंग वाई-फाई तकनीक से होगी, जिससे कॉल के दौरान होने वाली नेटवर्क समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। बता दें कि ऐसी खबरें हैं कि भारती एयरटेल अपने कुछ नए फोन में इस तकनीक की टेस्टिंग कर रही है।

बता दें कि अभी भी कुछ टॉप एप्लीकेशन जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक आदि इंटरनेट के माध्यम से कॉलिंग की सुविधा देती हैं, लेकिन इसमें बाध्यता ये है कि कॉल भी एप द्वारा ही हो सकती है। यहां Vowi-fi तकनीक इसी मामले में अलग है। इस तकनीक की मदद से डायलर एप से वाई-फाई नेटवर्क पर कॉल की जा सकती है। ऐसी खबरें आयीं थी कि रिलायंस जियो भी एप्पल आईफोन के कुछ मॉडल पर वॉइस ओवर वाई-फाई तकनीक की टेस्टिंग कर रही है। लेकिन अब एयरटेल ने भी हाल ही में लॉन्च हुए वन प्लस 7T फोन में इसकी टेस्टिंग शुरू कर दी है।

कैसे काम करेगी VoWi-Fi तकनीक: यदि आपके पास वन प्ल्स 7T हैंडसेट है और आपके पास 4जी सिम है तो इस स्थिति में वॉइस ओवर तकनीक को टेस्ट किया जा सकता है। वाई-फाई नेटवर्क होने की स्थिति में आपके फोन में वॉइस ओवर वाई-फाई का एक साइन आपके फोन की स्क्रीन पर दिखाई देगा। इसके बाद आपको वॉइस ओवर सेल्यूलर नेटवर्क और वॉयस ओवर वाई-फाई में से किसी एक को प्राथमिकता पर रखना होगा।

यदि आप वॉयस ओवर वाई-फाई तकनीक को प्राथमिकता पर रखते हैं तो कॉल करने से पहले आपके फोन की स्क्रीन पर Calling via WiFi का विकल्प दिखाई देगा। यदि आप कॉल करते हैं तो वह कॉल बिना किसी कॉल ड्रॉप के होगी। वॉइस ओवर वाई-फाई तकनीक ना होने की स्थिति में फोन से इसके सिग्नल गायब हो जाएंगे। एयरटेल वन प्लस 7T के साथ ही आईफोन के कुछ मॉडल्स पर भी इस तकनीक की टेस्टिंग कर रही है।